Last Updated: Monday, April 23, 2012, 12:10
लाहौर : अलगाववादी नेता यासिन मलिक ने कहा है कि जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट पाकिस्तान की मदद के बिना कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के प्रयास करेगा। उन्होंने साथ ही चेतावनी दी कि यदि भारत और पाक इस मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान नहीं निकाल पाते हैं तो कश्मीरी फिर से सशस्त्र संघर्ष करने को मजबूर हो जाएंगे।
जमात ए इस्लामी प्रमुख मुनव्वर हसन से कल यहां मंसूरा में पार्टी मुख्यालय में मुलाकात करने के बाद मलिक ने संवाददाताओं से कहा, यदि भारत, पाकिस्तान तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय भागीदारों का कश्मीर के प्रति गैर जिम्मेदाराना रवैया जारी रहा तो हम कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के अपने प्रयासों को तेज कर देंगे।
उन्होंने कहा, हम महसूस करते हैं कि बंदूकों के शांत होने और शांतिपूर्ण तरीके से लोगों द्वारा इस मुद्दे को उठाए जाने के बावजूद इस मुद्दे को किनारे लगा दिया गया है। हम इसे पाकिस्तान की मदद के बिना सुलझाने का प्रयास करेंगे।
मलिक ने दावा किया कि भारत और कुछ पश्चिमी देशों ने यह शर्त लगायी है कि यदि कश्मीरी लोग हथियार डाल दें और शांतिपूर्ण प्रदर्शन शुरू करें तो गंभीरता से उनकी मांगों को सुना जाएगा। मलिक ने कहा कि यथास्थिति कश्मीरियों को बर्दाश्त नहीं है क्योंकि इससे मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने में मदद नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और भारत को बिना इस मुद्दे के समाधान के क्षेत्र में स्थायी शांति की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 23, 2012, 17:41