Last Updated: Wednesday, July 11, 2012, 09:01
वाशिंगटन : अमेरिका के सीनेटर पिछले कई महीनों से रूकी हुई एक अरब एक करोड़ अमेरिकी डॉलर की आर्थिक मदद पाकिस्तान को फिर से देने के लिए राजी हो गए हैं। पाकिस्तान द्वारा नाटो सेनाओं के लिए आपूर्ति के मार्ग दोबारा खोल देने पर अमेरिकी सीनेटर इस के लिए राजी हुए हैं।
पाकिस्तान को आर्थिक मदद जारी करने पर यह सहमति तब बनी जब पिछले सप्ताह अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने पिछले हवाई हमलों में 24 पाक सैनिकों के मारे जाने को लेकर माफी मांगी। इसके बदले में पाकिस्तान ने नाटो सेनाओं के लिए आपूर्ति के मार्ग खोलने की सहमति दे दी।
कांग्रेस ने पाकिस्तान में आतंकरोधी अभियानों के लिए अनुदान पर सहमति तो पहले ही दे दी थी लेकिन उसे पिछले छह महीनों तक रोक लिया गया था। सैन्य सेवा समिति के अध्यक्ष कार्ल लेविन, एक डेमोक्रेट नेता डी-मिशीगन और रिपब्लिक नेता लिंडसे ग्राहम का कहना है कि न चाहते हुए भी हमें पैसा देना ही होगा।
लेविन ने पत्रकारों को बताया,‘वे इसके योग्य नहीं हैं। उन्होंने इस पैसे को कुछ आतंकरोधी कार्रवाइयों में हुए खर्च और हमारे आपूर्ति मागोर्ं की सुरक्षा के जरिए हासिल किया है।’ उन्होंने कहा कि वे इस अनुदान को जारी करने के पक्ष में मत देंगे।
ग्राहम ने कहा,अगर हमारे कमांडरों को लगता है कि आर्थिक मदद जारी कर देने से युद्ध में मदद मिलेगी तो-हां हम यह करेंगे। पाकिस्तान एक अविश्वसनीय साथी है। आप न तो उसपर यकीन कर सकते हो न ही उससे मुंह मोड़ सकते हो। इस मदद का सबसे बड़ा फायदा उन्हें है जो लड़ाई लड़ रहे हैं। मैं चाहता हूं कि पाकिस्तान में स्थिरता आए। अगर पैसे से ऐसा होता है तो ठीक है।
आगे उन्होंने कहा कि पैसा कम कर देने से हमें क्या फायदा होगा? ऐसा दिन आएगा जब हम आर्थिक मदद बंद कर देंगे लेकिन वह अभी नहीं आया है। सीनेटरों ने बेशक पाकिस्तान को मदद की वकालत कर दी हो लेकिन एक रिपब्लिकन नेता सेन रेंड पॉल इस महीने के अंत में भविष्य में पाकिस्तान को आर्थिक मदद न देने के लिए मतदान करवाने का दबाव बना रहे हैं।
यह मतदान इस बात को ध्यान में रखकर करवाया जाना है कि ओसामा बिन लादेन का पता लगाने में अमेरिका की मदद करने वाले शकील अफरीदी के साथ पाकिस्तान ने क्या सुलूक किया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 11, 2012, 09:01