Last Updated: Wednesday, January 16, 2013, 09:01

इस्लामाबाद : सुप्रीम कोर्ट के पाक पीएम की गिरफ्तारी की मियाद आज खत्म हो रही है। शीर्ष अदालत ने अधिकारियों को गिरफ्तारी आदेश का पालन करने के लिए सिर्फ 24 घंटे का समय दिया है।
शीर्ष अदालत के इस आदेश से देश में ताजा राजनीतिक संकट पैदा हो गया है। मौलवी ताहिरूल कादरी की प्रांतीय विधानसभाएं और संसद भंग करने की मांग को लेकर जारी प्रदर्शन झेल रहा पाकिस्तान अनिश्चितताओं में घिरता नजर आ रहा है क्योंकि संभावना है कि इस आदेश के कारण देश को एक साल के भीतर दूसरे प्रधानमंत्री को पद छोड़ते हुए देखना पड़े। इस बीच अटकलें है कि पाकिस्तानी पीएम दुबई चले गए हैं।
पिछले साल जून में यूसुफ रजा गिलानी के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री बनने वाले 62 वर्षीय अशरफ पर केन्द्रीय जल एवं बिजली मंत्री रहते रेंटल पावर प्रोजेक्ट में घूस लेने का आरोप है।
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले फिर से खोलने के लिए स्विट्जरलैंड के अधिकारियों को पत्र लिखने से इंकार करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कानूनी लड़ाई के बीच गिलानी को पद छोड़ना पड़ा था। अशरफ के पद संभालने के बाद सरकार ने स्विस अधिकारियों को पत्र लिखा था।
कई रेंटल बिजली परियोजनाओं से संबंधित अनुबंधों पर हस्ताक्षर किये जाने के समय अशरफ बिजली मंत्री थे। ये परियोजनाएं पीपीपी नीत सरकार की बिजली की कमी को दूर करने के रणनीति का हिस्सा थीं।
वर्ष 2011 में कैबिनेट में फेरबदल के दौरान अशरफ को पद से हटा दिया गया था लेकिन वह राष्ट्रपति जरदारी के करीब बने रहे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 16, 2013, 09:01