पाक में इस्लामी सम्मेलन को सुरक्षा बढ़ाई

पाक में इस्लामी सम्मेलन को सुरक्षा बढ़ाई

इस्लामाबाद : पाकिस्तानी अधिकारियों ने यहां होने वाले इस्लामी नेताओं के सम्मेलन के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये हैं। सुरक्षा में बढ़ोतरी देश में एक दिन पहले ही एक तालिबान के आत्मघाती हमले और देशभर में हुए अन्य हमलों में 30 से अधिक लोगों के मारे जाने और कई अन्य के घायल होने के मद्देनजर की गई है। मारे गए लोगों में अधिकतर शिया हैं।

विकासशील आठ सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले नेताओं की सुरक्षा के लिए हजारों अतिरिक्त पुलिस कर्मियों एवं अद्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। सरकार ने सुरक्षा के तहत आज इस्लामाबाद में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। इस सम्मेलन में ईरान, मिस्र, मलेशिया, नाइजीरिया, तुर्की, बांग्लादेश और इंडोनेशिया के नेता हिस्सा ले रहे हैं। पाकिस्तान इस सम्मेलन का इस्तेमाल इस्लामी जगत में अपना दबदबा बनाने के लिए कर रहा है।

मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मोरसी को इस सम्मेलन में हिस्सा लेना था लेकिन उन्होंने गाजा की स्थिति के चलते अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया। मिस्र के उप राष्ट्रपति मोहम्मद मक्की सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आज सुबह यहां पहुंचे। गृह मंत्री रहमान मलिक द्वारा इस्लामी महीने मोहर्रम में शियाओं को निशाना बना कर और हमले होने की आशंका जताये जाने के बाद कराची, क्वेटा और लाहौर जैसे शहरों में सुरक्षा और बढ़ा दी गई।

इन शहरों में कई प्रमुख मार्ग बंद कर दिये गए थे और सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाया। क्वेटा में शियाओं के जुलूस की सुरक्षा के लिए पांच हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी स्वान दस्तों के साथ निकले। कल मध्यरात्रि से कुछ देर पहले एक तालिबान आत्मघाती हमलावर ने स्वयं को उस समय विस्फोट करके उड़ा लिया जब लोगों ने उसे शियाओं के जुलूस में प्रवेश करने से रोकने का प्रयास किया। यह जुलूस रावलपिंडी में इमामबाड़े की ओर जा रहा था। अधिकारियों ने बताया कि इस विस्फोट में 23 लोग मारे गए और 68 अन्य घायल हो गए। (एजेंसी)

First Published: Thursday, November 22, 2012, 17:29

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