Last Updated: Sunday, March 10, 2013, 23:46

लाहौर : लाहौर में भीड़ द्वारा अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के 160 घरों और दो छोटे गिरजाघरों को जलाने की घटना के बाद पुलिस ने इस मामले में करीब 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। भीड़ में शामिल लोग ईश निंदा के कथित आरोपी की तलाश कर रहे थे।
इस घटना के बाद नाराज ईसाई समुदाय के लोग कई शहरों में सड़कों पर उतर आए।
डीआईजी (ऑपरेशंस) राय ताहिर हुसैन ने बताया कि पुलिस ने शनिवार रात अभियान शुरू किया और लाहौर के विभिन्न क्षेत्रों में छापा मारी कर 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।
एक प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस और सरकारी अधिकारी हमले के शिकार हुई जोसेफ कालोनी में हुए नुकसान का आंकलन कर रहे हैं ताकि पीड़ितों को सहायता दी जा सके।
ईसाई समूहों ने जोसेफ कालोनी पर 3,000 लोगों की भीड़ द्वारा किए गए हमलों के विरोध में लाहौर और कराची सहित कई शहरों में प्रदर्शन किया।
लाहौर में प्रदर्शनकारियों ने मुख्य राजमार्ग को अवरूद्ध कर दिया। पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
इससे पहले शुक्रवार के दिन करीब दो हजार मुस्लिमों की भीड़ ने जोसफ कॉलोनी को घेर लिया था और यहां ईसाइयों के घरों पर पत्थर फेंके गये।
इस भीड़ का नेतृत्व शफीक अहमद नामक व्यक्ति कर रहा था जिसका कहना था कि वह कथित रूप से पैगंबर मुहम्मद का अपमान कर ईशनिंदा करने वाले सवन मसीह की तलाश कर रहा है।
वहीं कुछ लोगों ने मसीह के 65 वर्षीय पिता चमन मसीह को ढूंढ निकाला और उन्हें प्रताड़ित करने के साथ उनका घर भी जला दिया।
पुलिस दल ने घटना स्थल पर पहुंच कर भीड़ को तितर बितर किया। अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने मसीह के खिलाफ ईश निंदा कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 10, 2013, 23:46