Last Updated: Wednesday, January 11, 2012, 13:04
ज़ी न्यूज ब्यूरो इस्लामाबाद : पाकिस्तान में तख्तापलट की अटकलें तेज हो गई हैं।
पाकिस्तान में सेना और सरकार के बीच टकराव ने बुधवार को और बड़ा रूप ले लिया जब सेना प्रमुख ने चेतावनी दी कि मेमोगेट प्रकरण पर प्रधानमंत्री द्वारा उनके और आईएसआई प्रमुख के खिलाफ की गई गंभीर टिप्पणी के देश के लिए बेहद गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने बुधवार को सेना प्रमुख के करीबी समझे जाने वाले रक्षा सचिव लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) खालिद नईम लोधी को बर्खास्त कर दिया। मौजूदा हालात के बीच पाक सरकार और सेना आमने-सामने आ गई है। इस बीच, गुरुवार को संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है और नरगिस सेठी ने रक्षा सचिव का पदभार संभाल लिया है।
उधर, सेना प्रमुख ने कोर कमांडर्स की आपात बैठक बुलाई है। पाकिस्तानी सेना ने प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को चेतावनी दी है कि सेना की आलोचना करने पर देश को गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। इस सप्ताह की शुरुआत में गिलानी ने कहा था कि 'गोपनीय संदेश' मामले में बिना उनकी इजाजत के सेना और खुफिया एजेंसी के प्रमुखों ने सर्वोच्च न्यायालय में बयान दिया जो असंवैधानिक था। गौर हो कि गोपनीय संदेश मामले को लेकर पाकिस्तानी सरकार और सेना के बीच संबंध सामान्य नहीं हैं।
मेमोगेट प्रकरण में सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पाशा के अवैध तरीके से काम करने की प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए सेना ने एक संक्षिप्त वक्तव्य में कहा कि इस बयान के बेहद गंभीर निहितार्थ हो सकते हैं जिसके संभावित नतीजे बेहद खतरनाक हो सकते हैं।
सेना के वक्तव्य में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने सीओएएस (सेना प्रमुख) और डीजी आईएसआई (आईएसआई प्रमुख) के खिलाफ जो आरोप लगाए इससे ज्यादा गंभीर आरोप और कुछ नहीं हो सकते। दुर्भाग्य से अधिकारियों पर देश के संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है।
वक्तव्य में कहा गया कि इसके बेहद गहरे निहितार्थ हैं जिसके संभावित नतीजे देश के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं। सेना की ओर से कठोर शब्दों में चेतावनी दिए जाने के कुछ ही समय बाद गिलानी ने सेना प्रमुख के करीबी समझे जाने वाले रक्षा सचिव लेफ्टिनेंट जनरल खालिद नईम लोधी को बर्खास्त कर दिया। इससे असैनिक सरकार और सेना के बीच विवाद और बढ़ गया है। तेजी से चल रहा घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब सरकार न्यायपालिका के साथ भी टकराव की मुद्रा में है।
उधर, पाक सेना ने रावलपिंडी स्थित एक इकाई के कमांडर को आज बदल दिया, जिसने देश में पूर्व में हुए सैन्य तख्तापलटों में अहम भूमिका निभाई है। सेना प्रमुख कयानी ने असैनिक सरकार के साथ बढ़ते तनाव के मद्देनजर स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए अपने प्रमुख सहयोगियों के साथ बैठक की। सूत्रों ने बताया कि ब्रिगेडियर सरफराज अली को 111 वीं ब्रिगेड का नया कमांडर बनाया गया है। यह बिग्रेड दसवीं कोर का हिस्सा है और आमतौर पर पूर्व में हुए सैन्य तख्तापलटों के दौरान इस्लामाबाद और रावलपिंडी में प्रमुख इमारतों पर कब्जा करने के लिए इसे बुलाया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि ब्रिगेड के कमांडर को बदलना शक्तिशाली सेना की ओर से इस बात को दर्शाना हो सकता है कि मेमोगेट कांड के बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी नीत सरकार के साथ तनाव बढ़ गया है।
लोधी को बर्खास्त किए जाने के बाद जनरल कयानी ने अपने प्रिंसिपल स्टाफ आफिसर्स के साथ सैन्य मुख्यालय में बैठक की। लोधी को सेना प्रमुख के काफी नजदीक माना जाता है। सूत्रों ने बताया कि माना जा रहा है कयानी अपने पीएसओ और कोर कमांडर के साथ कल एक और बैठक करेंगे।
उधर, मेमोगेट प्रकरण को लेकर पाकिस्तान की सरकार और शक्तिशाली सेना के बीच बढ़ते विवाद के बीच प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की राष्ट्र को संबोधित करने की कोई योजना नहीं है। एक प्रवक्ता ने आज यहां यह बात कही। प्रधानमंत्री आवास के प्रवक्ता ने टीवी समाचार चैनलों की इन खबरों को खारिज किया कि गिलानी आज रात देश को संबोधित करेंगे। ज्ञापन मुद्दे पर राज्य संस्थाओं के बीच गलतफहमी फैलाने के लिए गिलानी द्वारा लोधी को बर्खास्त करने के कुछ समय बाद प्रवक्ता ने कहा कि देश को संबोधित करने को लेकर प्रधानमंत्री द्वारा कोई फैसला नहीं किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने कल चेतावनी दी थी कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले को दोबारा खोलने के अदालत के आदेश पर कार्रवाई करने में विफल रहने पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इससे पहले जरदारी ने साफ कर दिया कि उनकी पद से इस्तीफा देने की कोई मंशा नहीं है। उधर, इस स्थिति पर विचार करने के लिए संसद का अत्यावश्यक सत्र बुलाया गया है। जरदारी ने अपने प्रवक्ता के जरिए उन खबरों का खंडन किया कि उन्होंने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और उसके सहयोगी दलों की कल देर रात हुई बैठक में इस्तीफा देने की पेशकश की थी।
First Published: Thursday, January 12, 2012, 09:44