पाक में फिल्म विरोधी प्रदर्शन, गिरिजाघर आग के हवाले

पाक में फिल्म विरोधी प्रदर्शन, गिरिजाघर आग के हवाले

इस्लामाबाद : अमेरिका में बनी इस्लाम-विरोधी फिल्म के खिलाफ पाकिस्तान में प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों लोगों की भीड़ ने 82 वर्ष पुराने एक गिरजाघर पर और उसके पास ही स्थित एक स्कूल में आग लगा दी। इस घटना से देश के अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय में चिंता की लहर दौड़ गई है।

शुक्रवार को ‘इंनोसेंस ऑफ मुस्लिम्स’ फिल्म के विरोध में आयोजित एक रैली से लौट रहे लोगों ने खबर-पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर से करीब 48 किलोमीटर दूर मर्दान शहर में स्थित सेंट पॉल लुथेरन चर्च का दरवाजा तोड़ कर अंदर घुस गए। मर्दान के ईसाईयों का कहना है कि भीड़ ने गिरजाघर पर हमला कर उसे आग लगा दी। उसके अलावा उन्होंने सेंट पॉल स्कूल, एक पुस्तकालय, एक कंप्यूटर प्रयोगशाला और बिशप पीटर मजीद समेत चार पादरियों के घरों को भी आग लगा दी।

पाकिस्तान के नॉर्दन डायोस ऑफ द चर्च के कोषाध्यक्ष बिनयामीन बरकत ने कहा, ‘हमें पिछले सप्ताह से ही ऐसे हमले की आशंका थी और हमले स्थानीय प्रशासन से गिरजाघर को सुरक्षा प्रदान करने को कहा था, जो उन्होंने किया भी। हालांकि यह गुस्से से भरे हुए हथियारबंद लोगों को रोकने के लिए काफी नहीं था।’ ईसाई नेताओं का कहना है कि गिरजाघर पर हमला करने आए लोग साथ में मिट्टी का तेल और हथियार लेकर आए थे। भीड़ ने गिरजाघर पर पत्थर फेंके और आगजनी की। बरकत ने कहा, ‘हमने तुरंत अग्निशमन दल को बुलाया, लेकिन भीड़ ने पत्थर फेंककर अग्निशमन दल के अधिकारियों को गिरजाघर के परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया।’ बिशप मजीद ने कहा कि गिरजाघर पर वर्ष 2010 में भी दो बार हमले हुए थे लेकिन उनमें इतना नुकसान नहीं हुआ था।

राष्ट्रपति जरदारी ने गिरजाघर में आग लगाने की घटना की आलोचना करते हुए आज कहा कि सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, विशेष तौर पर दूसरे धर्मों के प्रार्थना स्थलों को, ‘गैर-इस्लामिक और निहायत आलोचनात्मक कार्य’ है। जरदारी ने कहा कि ‘भड़काऊ इस्लाम विरोधी फिल्म’ की पूरी दुनिया में मुस्लिम और गैर-मुस्लिम नेताओं ने आलोचना की है। (एजेंसी)

First Published: Monday, September 24, 2012, 00:36

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