Last Updated: Monday, June 10, 2013, 12:33
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में एक हिंदू विधायक ने देश की नई सरकार से अपने अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों के पलायन की आशंका जताई है और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए तुरंत और प्रभावी कानून बनाए जाने का आह्वान किया है।
थारपरकर से सिंध असेम्बली के लिए चुने गए एकमात्र गैर मुस्लिम विधायक महेश मलानी ने देश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय हिंदुओं के खिलाफ भेदभाव बरते जाने का आरोप लगाया है, जिसके चलते उन्हें ‘सुरक्षित स्थलों’ की ओर पलायन को मजबूर होना पड़ रहा है।
मलानी के हवाले से कहा गया है कि हिंदू बालिकाओं का जबरन इस्लाम में धर्मांतरण जैसे मुद्दों के कारण समुदाय में बढ़ती असुरक्षा की भावना के चलते समुदाय के सदस्य अन्य स्थलों (जैसे भारत) की ओर पलायन को मजबूर हो रहे हैं।
मलानी ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार के रूप में 11 मई का चुनाव लड़ा था और वह 2008 से ही हिंदू विवाह पंजीकरण के लिए कानून बनाए जाने को लेकर प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि नयी सरकार को अल्पसंख्यकों की समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रत्येक जिले में समितियों का गठन करना चाहिए।
उनका कहना है कि इन समितियों में मुस्लिमों, गैर मुस्लिमों तथा कौंसिल आफ इस्लामिक आइडियोलोजी के सदस्यों को शामिल किया जाना चाहिए और इन्हें कथित जबरिया धर्मांतरण तथा जबरन विवाहों से संबंधित मामलों को देखना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 10, 2013, 12:33