Last Updated: Saturday, May 11, 2013, 20:24
ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसीइस्लामाबाद : आतंकी धमकियों के बीच पाकिस्तान में शनिवार को शुरू हुआ मतदान हिंसा एवं विस्फोटों के बीच संपन्न हो गया। मतदान संपन्न होने के साथ ही वोटों की गिनती शुरू हो गई है। कुछ जगहों पर मतदान का समय बढ़ाए जाने की भी खबर है।
देश भर में कई जगहों पर हुए विस्फोटों में 17 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हो गए।
तालिबान की ओर से मतदान केन्द्रों पर आत्मघाती हमले की धमकी के बावजूद मतदान केन्द्रों के बाहर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। तालिबान ने कहा था कि चुनाव लोकतंत्र की ‘काफिर प्रणाली’ का हिस्सा हैं इसलिए वह उन्हें निशाना बनाएगा।
पाकिस्तान के 66 वर्ष के इतिहास में पहली बार लोकतांत्रिक तौर पर सत्ता हस्तांतरण हो रहा है। विभिन्न मतदान केन्द्रों का दौरा करने के बाद पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त फखरूद्दीन जी. इब्राहीम ने बताया, ‘बड़ी संख्या में लोग मतदान में भाग ले रहे हैं, यह हमारी आशाओं से परे है।’
उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से लोग इन चुनावों में हिस्सा ले रहे हैं, शाम तक 70 से 75 प्रतिशत तक मतदान होना चाहिए।’ इस बीच देश की औद्योगिक राजधानी कराची में तीन बम विस्फोटों में 13 लोग मारे गए और 40 से ज्यादा घायल हुए।
पहला विस्फोट अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) से सिंध एसेंबली के प्रत्याशी अमानुल्ला महसूद के चुनावी कार्यालय के निकट हुआ। हालांकि महसूद को नुकसान नहीं पहुंचा है लेकिन विस्फोट में एएनपी के कुछ कार्यकर्ता मारे गए और कई घायल हो गए।
कुछ मिनटों के अंतराल पर इसी इलाके के एक मतदान केन्द्र और एएनपी के एक चुनावी कार्यालय के नजदीक दूसरा धमाका हुआ। इस दौरान बचाव दल के कर्मचारी पहले विस्फोट के घायलों को अस्पताल पहुंचाने में लगे हुए थे। दूसरे विस्फोट से मतदान केन्द्र पर भगदड़ मच गई और मतदान प्रभावित हुआ।
कराची की क्वास्बा कालोनी में एक बस को निशाना बनाकर तीसरा विस्फोट किया गया। हमले में दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए। खबर पख्तूनख्वाह प्रांत की राजधानी पेशावर में तूरगढ़ के एक मतदान केन्द्र के निकट हुए विस्फोट में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हुए। मतदान केन्द्र के निकट एक मोटरसाइकिल में बम लगाया गया था।
पेशावर के उपनगर में पुलिस द्वारा पहचान लिए जाने पर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया जिससे पांच लोग घायल हो गए। बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में हुए एक बम विस्फोट में कई लोग घायल हो गए।
अभी तक किसी संगठन ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है। पंजाब और सिंध के कुछ हिस्सों से विरोधी दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़पों की भी खबरें मिलीं।
तालिबान और अल-कायदा की मजबूत पकड़ वाले उत्तरी वजीरिस्तान के कबायली इलाकों और खबर-पख्तूनख्वा प्रांत के अपर दीर तथा स्वात जिलों में महिलाओं को मतदान में हिस्सा नहीं लेने दिया गया। उत्तरी वजीरिस्तान के मुख्य शहर मिरनशाह के निवासियों ने बताया कि सुबह से ही मस्जिद के लाउडस्पीकरों पर घोषणा होने लगी थी कि किसी भी महिला को मतदान करने की इजाजत नहीं होगी।
इस सप्ताह की शुरुआत में पर्चे बांटकर कबाइली लोगों को चेतावनी दी गई थी कि वे महिलाओं को मतदान न करने दें। दीर से आ रही खबरों के मुताबिक राजनीतिक दलों के नेताओं में भी इस बात पर सहमति बनी कि महिलाओं को मतदान नहीं करने दिया जाएगा।
विशेष तौर पर इस्लामाबाद और लाहौर में बड़ी संख्या में लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए घरों से निकले। मतदान केन्द्रों पर लंबी कतारें नजर आयीं। लाहौर निवासी मोहम्मद शफीक ने कहा, ‘मैंने लाहौर में इससे पहले कभी इतनी बड़ी तादाद में लोगों को मतदान करते नहीं देखा, खास तौर पर महिलाओं और युवाओं को। यह इमरान खान के चुनाव प्रचार का असर है।’
पहचान बताने में दिलचस्पी न रखने वाले एक विश्लेषक ने कहा कि पंजाब में बड़ी संख्या में हो रहे मतदान से इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को लाभ मिलेगा। देश में नेशनल एसेंबली के 272 सीटों पर हो रहे चुनाव में से आधी से ज्यादा सीटें पंजाब प्रांत में ही हैं।
सुबह आठ बजे मतदान शुरू होने पर सबसे पहले अपने मताधिकार का प्रयोग करने वालों में पूर्व प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ कयानी, पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ, सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी और मुख्य निर्वाचन आयुक्त फखरूद्दीन जी इब्राहीम शामिल थे।
टेलीविजन चैनलों की फुटेज में दिखाया गया है कि कयानी रावलपिंडी स्थित एक मतदान केन्द्र में वोट डालने जा रहे हैं। नेशनल एसेंबली और चार प्रांतीय एसेंबलियों के लिए आज हो रहे मतदान का चुनाव प्रचार हिंसा से भरा रहा। तालिबान सहित विभिन्न आतंकवादी समूहों द्वारा चुनाव प्रचार की अवधि में किए गए विस्फोटों, गोलीबारी और अन्य हमलों में विभिन्न दलों एवं निर्दलीय प्रत्याशियों सहित 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के हमलों और खतरों को देखते हुए तीन प्रमुख दलों पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), अवामी नेशनल पार्टी और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट ने अपने चुनाव प्रचार अभियार पर बड़े नाटकीय अंदाज में विराम लगा दिया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, May 11, 2013, 17:53