Last Updated: Wednesday, October 2, 2013, 08:30
ढाका : पूर्व राष्ट्रपति फकरूद्दीन अली अहमद तथा पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारीलाल नंदा को बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में उल्लेखनीय समर्थन देने के लिए मरणोपरांत ‘बांग्लादेशी मुक्ति संग्राम सम्मान’ से नवाजा गया है। अहमद और नंदा का नाम उन 44 भारतीयों में शामिल था जिन्हें बांग्लादेशी राष्ट्रपति अब्दुल हमीद तथा प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 1971 के मुक्ति संग्राम में उनके के योगदान के सम्मानित किया।
हसीना ने सम्मान समारोह के दौरान कहा, हम सभी आपको सम्मानित करके खुद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। आप लोग हमारे साथ सबसे मुश्किल हालात में खड़े रहे। यह सम्मान दो श्रेणियों ‘बांग्लादेश मुक्ति संग्राम सम्मान’ तथा ‘मुक्ति संग्राम मित्र सम्मान’ के तहत दिया गया।
बांग्लादेश ने 1971 के मुक्ति संग्राम में मदद देने वाले विदेशी मित्रों को सम्मानित करने का फैसला तीन साल पहले किया गया था। बांग्लादेश मुक्ति संग्राम सम्मान श्रेणी के तहत अहमद, नंदा और भारतीय नेता कृष्ण मेनन को श्रद्धांजलि दी गई।
हिंदी सिनेमा की अभिनेत्री वहीदा रहमान, चिकित्सक श्याम प्रसाद मंडल, प्रोफेसर अनिरूद्ध राय, पन्ना लाल दासगुप्ता और मौलाना सैयद अहमद मदनी भी बांग्लादेश मुक्ति संग्राम सम्मान पाने वाले भारतीयों में शामिल हैं। इनके अलावा पाकिस्तान और अमेरिका से चार चार, ब्रिटेन से दो, मिस्र से दो, श्रीलंका से एक, जापान से दो तथा तुर्की से एक व्यक्ति को यह सम्मान दिया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को सबसे पहले ‘विदेशी मित्र’ के तौर पर सम्मानित किया गया था। इंदिरा गांधी की पुत्रवधू तथा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले साल यह सम्मान ग्रहण किया था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 2, 2013, 08:30