Last Updated: Wednesday, December 14, 2011, 12:10
मनीला : फिलीपींस सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने बुद्धवार को राष्ट्रपति बेनिग्नो एक्विनो पर तानाशाही का बीज बोने का आरोप लगाते हुए संसद द्वारा अपने खिलाफ महाभियोग चलाए जाने के बाद अपनी नौकरी के लिए लड़ने का संकल्प लिया।
न्यायाधीश रेनातो कोरोना को हाल ही में संसद ने अभियोग चला कर उनके पद से हटा दिया है। रेनातो कोरोना ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज करते हुए इसके खिलाफ संघर्ष करने के लिए लोगों से व्यापक समर्थन की मांग की है।
रेनातो ने इसे न्यायपालिका की स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया। उनपर पूर्व राष्ट्रपति ग्लोरिया अरोयो को गैरकानूनी तरीके से बचाने का आरोप लगाया गया है। रेनातो ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर काले कपड़े पहने करीब 500 अदालती कर्मचारियों के सामने कहा, वे तानाशाही का बीजारोपण करने की कोशिश कर रहे हैं, मैं राष्ट्रपति बेनिग्नो सिमोन एक्विनो तृतीय की उभर रही तानाशाही का विरोध करूंगा। एक्विनो के सहयोगियों ने संसद में गत सोमवार को महाअभियोग चला कर रेनातो को उनके पद से हटा दिया था।
रेनातो और उनके 15 सदस्यीय अदालत पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने लगातार ऐसे निर्णय दिए हैं जिसके कारण मतदान में गड़बड़ी करने के मामले में गिरफ्तार की गई अरोयो पर मुकदमा चलाने में बाधा आई।
इसके अलावा रेनातो पर ‘जनता का विश्वास भंग’ करने और पैसों की हेरफेर का भी आरोप लगाया गया।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 14, 2011, 19:40