Last Updated: Wednesday, September 19, 2012, 19:12

तोक्यो: मार्च 2011 में फुकुशिमा दाइची परमाणु उर्जा स्टेशन में हुई दुर्घटना की वजह से समुद्र में छोड़ी गई रेडियोधर्मी सामग्री प्रशांत महासागर में उस जगह तक पहुंच गई है जो फुकुशिमा प्रांत के तट से 3,200 किमी दूर है। अनुसंधानकर्ताओं ने यह बात एक अध्ययन में कही है। इस अध्ययन को वह आज हिरोशिमा के हिगाशिहिरोशिमा शहर में होने जा रहे सम्मेलन ‘एटॉमिक एनर्जी सोसायटी ऑफ जापान’ में पेश करेंगे।
इन अनुसंधानकर्ताओं में सरकारी ‘मीटियरोलॉजिकल रिसर्च इन्स्टीट्यूट’ और तोक्यो विश्वविद्यालय के ‘एटमॉस्फियर एंड ओशन रिसर्च इन्स्टीट्यूट’ विशेषज्ञ भी शामिल हैं। प्रशांत महासागर के तट पर स्थित तोक्यो इलेक्ट्रिक पॉवर कंपनी के संयंत्र से निकली रेडियोधर्मी सामग्री इस साल के शुरू में समुद्र की सतह पर डूबनी शुरू हुई थी। अध्ययन में कहा गया है कि शायद यह सामग्री भविष्य में जलधाराओं के साथ दक्षिण की ओर बढ़ेगी। इस टीम ने पिछले साल अप्रैल से जून तक प्रशांत महासागर में करीब 300 जगहों से पानी के नमूने लिए थे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 19, 2012, 19:12