Last Updated: Saturday, March 10, 2012, 13:17
टोक्यो : जापान में पिछले साल 9.0 की तीव्रता से आए भूकंप की पहली बरसी के मौके पर कल अपराह्न 2:46 बजे पूरा देश ठहर जाएगा और इस आपदा में मरने वाले लोगों की याद में स्मृति सभाओं का आयोजन किया जाएगा।
सरकारी दस्तावेजों में इस बात का खुलासा हुआ है कि कैबिनेट ने सुनामी के बाद फुकुशिमा में ‘परमाणु कोर के पिघलने’ की चेतावनी दी गई थी। भूकंप से पैदा हुई सुनामी के महज चार घंटे बाद बुलाई गई सरकार की बैठक के सार संकलन से पता चलता है कि बैठक में मौजूद एक अज्ञात व्यक्ति ने फुकुशिमा परमाणु रिएक्टर के परमाणु कोर के पिघलने के बारे में आगाह किया था। क्योदो समाचार एजेंसी के मुताबिक 11 मार्च 2011 को सुनामी आने के कुछ ही देर बाद यह बैठक बुलाई गई थी।
भूकम्प और उसके बाद आयी सुनामी में करीब 19000 लोग मारे गये थे अथवा लापता हो गये थे और परमाणु संकट उत्पन्न हुआ था । 1986 के चेर्नोबल हादसे के बाद यह दुनिया की सबसे बड़ी परमाणु दुर्घटना थी ।
क्योदो संवाद समिति ने बताया कि सुनामी प्रभावित पूर्वोत्तर क्षेत्र के अलावा तोक्यो सहित देशभर में कल कई स्मृति सभायें होंगी और स्थानीय समयानुसार अपराह्न दो बजकर 46 मिनट पर एक मिनट का मौन रखा जायेगा।
टोक्यो के नेशनल थियेटर में आयोजित सरकारी समारोह में बाईपास सर्जरी से उबर रहे नरेश अकिहोतो प्रधानमंत्री योशिहिको नोदा के साथ उपस्थित रहेंगे । समारोह में प्राकृतिक आपदा में मारे गये लोगों के परिजन भी रहेंगे।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, March 10, 2012, 18:47