Last Updated: Monday, April 16, 2012, 11:40
इस्लामाबाद : पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ की हत्या की कोशिश करने का दोषी अदनान राशिद मोबाइल फोन, फेसबुक और ब्लॉग के जरिये बाहरी दुनिया से जुड़ा था। तालिबान के आतंकवादी राशिद को छुड़ाने के लिए खबर पख्तूनखवा प्रांत के बन्नू में केंद्रीय जेल में घुसे थे जिसके बाद वहां बंद 380 से ज्यादा कैदी रविवार को राशिद के साथ भाग निकले।
सुरक्षा अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि पाकिस्तानी तालिबान ने मुख्य तौर पर राशिद को रिहा कराने के लिए धावा बोला जिसे एक सैन्य अदालत ने 2003 में मुशर्रफ की जान लेने की कोशिश करने के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी।
डॉन अखबार ने अपने सूत्रों के हवाले से आज कहा कि राशिद अलग अलग जेलों में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता था। पाकिस्तानी वायु सेना में जूनियर टेक्नीशियन रहा राशिद जेल के भीतर से फेसबुक जैसी सोशल नेटवर्किंग साइटों और ब्लॉग पर भी सक्रिय रहा।
रिपोर्ट के मुताबिक वह अपने मोबाइल फोन से कई पत्रकारों समेत अनेक लोगों से संपर्क में था और संवाददाताओं को एसएमएस भेजता था। कल तड़के जब बन्नू की जेल में सैकड़ों तालिबान लड़ाके घुस आये तो कुल 384 कैदी भागने में सफल रहे इनमें 21 लोगों को मौत की सजा सुनाई गयी है। अधिकारियों के मुताबिक हमलावरों ने सीधे उस बैरक की ओर रुख किया जहां मौत की सजा सुन चुके कैदी रखे गये थे। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 16, 2012, 17:10