Last Updated: Tuesday, October 25, 2011, 10:07
टोरंटो : सबसे अधिक उम्र में मैराथन पूरी करके दुनिया भर का ध्यान अपनी ओर आकषिर्त करने वाले 100 वर्षीय फौजा सिंह के इस रिकॉर्ड को गिनीज बुक में जगह नहीं मिल पाएगी। दुनिया के सबसे उम्रदराज मैराथन धावक के तौर पर उनको यह मान्यता नहीं दी गई क्योंकि सिंह अपनी उम्र का प्रमाणपत्र नहीं दिखा पाए हैं।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्डस ने बताया कि वह भारतीय मूल के ब्रितानी नागरिक फौजा सिंह के इस रिकॉर्ड को मान्यता नहीं दे पाएंगे क्योंकि वह 1911 का जन्म प्रमाण पत्र नहीं प्रदर्शित कर सके हैं। सूत्रों के हवाले से कहा है कि ‘हमें यह बताने में खुशी होती कि यह वास्तव में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है, पर समस्या है कि इस संबंध में कोई प्रमाण नहीं है। हम जन्म से जुड़े केवल आधिकारिक दस्तावेज स्वीकार करते हैं, जो जन्म के वर्ष में बने हों।’
खबर में कहा गया है कि संगठन को सिंह का एक ब्रितानी पासपोर्ट दिखाया गया, जिसमें उनकी उम्र एक अप्रैल, 1911 बताई गई है। इसके अलावा ब्रिटेन की महारानी ने उन्हें उनके 100वें जन्मदिवस पर बधाई दी थी, वह पत्र भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को दिखाया गया।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 25, 2011, 15:37