बांग्लादेश इमारत हादसा: कुदरत का करिश्मा, 400 घंटे बाद मलबे से जीवित निकाली महिला

बांग्लादेश इमारत हादसा: कुदरत का करिश्मा, 400 घंटे बाद मलबे से जीवित निकाली महिला

बांग्लादेश इमारत हादसा: कुदरत का करिश्मा, 400 घंटे बाद मलबे से जीवित निकाली महिलासावर : इसे कुदरत का करिश्मा ही कहेंगे कि कोई इंसान 17 दिन तक मलबों के ढेर में दबे रहने के बाद भी जीवित हो। बांग्लादेश में पिछले महीने ढही आठ मंजिला इमारत के मलबे से आज एक महिला को जिंदा बाहर निकाला गया है।

बांग्लादेश के सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मोअज्जम हुसैन ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमने उसे सुरक्षित बाहर निकाला है।’’ मलबे से बाहर निकाली गई लड़की की पहचान रेशमा के रूप में हुई है। उसके कोई गंभीर चोट नहीं आई है। उसे सावार कम्बाइन्ड मिल्रिटी हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। बीते 24 अप्रैल को ढाका से सटे सावार इलाके में राणा प्लाजा नामक आठ मंजिला इमारत ढह गई थी। इसमें 1,050 लोग मारे गए हैं।

अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जब हम इमारत के बेसमेंट में पहुंचे तो लड़की ने लोहे की छड़ से मलबे को हिलाकर अपने जीवित होने का संकेत दिया।’’ इस महिला को बाहर निकालकर तत्काल सैन्य एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। इससे पहले इमारत गिरने के छठे दिन आखिरी बार मलबे से किसी भी जिंदा इंसान को बाहर निकाला गया था। (एजेंसी)

First Published: Saturday, May 11, 2013, 09:25

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