बांग्लादेश में जमाते इस्लामी के नेता को मृत्युदंड

बांग्लादेश में जमाते इस्लामी के नेता को मृत्युदंड

ढाका : बांग्लादेश के एक विशेष प्राधिकरण ने कट्टरपंथी संगठन जमाते इस्लामी के दिग्गज नेता मुहम्मद कमरूजमा को ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ के लिए मौत की सजा सुनाई जो उन्होंने वर्ष 1971 में पाकिस्तान के साथ मुक्तियुद्ध के दौरान किए थे।

अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय-2 के तीन न्यायाधीशों की पीठ के न्यायमूर्ति ओबैदुल हसन ने कहा, ‘उसे मौत होने तक फांसी पर लटकाया जाए।’ दोषी को भीड़ भरे अदालत कक्ष में कड़ी सुरक्षा के बीच कटघरे में लाया गया। कमरूजमा जमात का सहायक सचिव है। पाकिस्तानी सैनिकों का पक्ष लेने के लिए वर्ष 1971 के युद्धापराध मामले में वह ऐसा चौथा आरोपी है, जिसे दोषी ठहराया गया है। जमाते इस्लामी ने बांग्लादेश की स्वतंत्रता का विरोध किया था।

बहुप्रशिक्षित त्वरित कार्रवाई बटालियन और पुलिस ने पुराने हाईकोर्ट परिसर में स्थित विशेष न्यायाधीकरण परिसर के चारों ओर कड़ी निगरानी रखी और जब फैसला आया तो विपक्ष ने लगातार दूसरे दिन हड़ताल रखी। कमरूजमा को ढाका केंद्रीय कारागार से एक सुरक्षा दस्ते के बीच लाया गया। 265 पन्ने के फैसले में कहा गया है कि सुनवाई के दौरान सामूहिक हत्या के पांच आरोप साबित हुए। (एजेंसी)

First Published: Thursday, May 9, 2013, 16:57

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