बांग्लादेश में युद्ध अपराध के मामले में जमात नेता को आजीवन कारावास

बांग्लादेश में युद्ध अपराध के मामले में जमात नेता को आजीवन कारावास

ढाका : बांग्लादेश में 1971 के स्वानीधता संग्राम के दौरान ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ के मामले में कट्टरपंथी राजनीतिक दल जमात ए इस्लामी के एक शीर्ष नेता को उम्रकैद की सजा सुनाई, जिसके बाद यहां हिंसा भड़क गई और कम से कम एक व्यक्ति मारा गया।

मामले की सुनवाई करने वाले अन्तरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधीकरण के प्रमुख न्यायमूर्ति ओबैदुल हसन ने कहा कि जमात नेता अब्दुल कादिर मुल्ला अब आजीवन कारावास की सजा काटेंगे।

मुल्ला दक्षिणपंथी जमात-ए-इस्लामी के सहायक महासचिव हैं। उनके खिलाफ सुनाये गये फैसले के अनुसार सुनवाई में उन पर लगे छह में से पांच आरोप सिद्ध हो चुके हैं। उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में लाया गया। फैसले के ठीक बाद जमात कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच टकराव हुआ, जिसमें एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है।

न्यायाधीकरण ने तीन सप्ताह पहले ही अबुल कलाम आजाद को मौत की सजा सुनायी थी जो एक निजी चैनल पर इस्लाम कार्यक्रमों को बढ़ावा दे रहा था। उसे जमात ए इस्लामी से निष्कासित किया गया था।

मुल्ला को 13 जुलाई 2010 को उनकी पार्टी के अन्य नेता मोहम्मद कमरुज्जमान के साथ 1971 में मानवता के खिलाफ अपराधों को अंजाम देने के लिये सुप्रीम कोर्ट परिसर के सामने से गिरफ्तार किया गया था। न्यायाधीकरण ने 28 मई 2012 को उन्हें अ5यारोपित किया था जिनमें निहत्थे नागरिकों पर हमला करवाने में भूमिका का अपराध शामिल था।

अटॉर्नी जनरल महबूबे आलम ने फैसले के बाद मीडिया से कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि इस मामले में मुल्ला को फांसी की सजा होगी। यह निर्णय ऐसे समय पर आया है जब जेआई ने देशव्यापी आम हड़ताल का आह्वान किया है और वर्ष 1971 के युद्ध में पाकिस्तान का पक्ष लेने के लिये अपने शीर्ष सात नेताओं के खिलाफ युद्ध अपराधों को लेकर चल रही सुनवाई रोकने की मांग की।

फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये अभियोजन पक्ष तथा वर्ष 1971 की जंग में हिस्सा लेने वाले लोगों ने कहा कि इसने उन्हें निराश किया है क्योंकि मुल्ला के खिलाफ हत्या के आरोप थे और कई ऐसे साक्ष्य थे जिससे पता चलता है कि उसने स्वयं हत्याओं में हिस्सा लिया।

कानून मंत्री शफीक अहमद ने कहा कि यह अभियोजकों को फैसला लेना है कि वे सुप्रीम कोर्ट के शीर्ष अपीलीय खंड में इस फैसले की समीक्षा और संबंधित दस्तावेजों की समीक्षा के लिये इसे चुनौती दे।

उधर, अधिकारियों ने देशव्यापी सुरक्षा एलर्ट जारी किया है जबकि जेआई के कार्यकर्ताओं ने राजधानी ढाका और कई अन्य शहरों में कई वाहनों को जला दिया और बसों पर हमला किया।

मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की प्रमुख सहयोगी जेआई ने कल रात मुल्ला के खिलाफ फैसला आने पर अनिश्चितकालीन समय के लिये आम हड़ताल की धमकी दी थी। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, February 5, 2013, 21:25

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