बुगती हत्याकांड में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ गिरफ्तार

बुगती हत्याकांड में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ गिरफ्तार

बुगती हत्याकांड में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ गिरफ्तारइस्लामाबाद : पाकिस्तान पुलिस ने वर्ष 2006 में सैन्य अभियान के दौरान बलूच नेता अकबर बुगती की हत्या के मामले में पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की। पिछले एक पखवाड़े में तीन अलग-अलग मामलों में गुरुवार को मुशर्रफ को तीसरी बार गिरफ्तार किया गया है।

बलूचिस्तान पुलिस की एक टीम ने पूर्व सैन्य शासक को गिरफ्तार कर उनके फॉर्महाउस पर करीब चार घंटे तक उनसे पूछताछ की। अदालत के आदेश पर इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में स्थित मुशर्रफ के इस फॉर्महाउस को ‘उप-जेल’ में तब्दील कर दिया गया है। फॉर्महाउस के बाहर मौजूद संवाददाताओं को पांच सदस्यीय पुलिस दल ने बताया कि मुशर्रफ को बुगती की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।

बुगती के खिलाफ वर्ष 2006 में जब सैन्य अभियान का आदेश दिया गया था उस वक्त 69 वर्षीय मुशर्रफ पाकिस्तान के सेना प्रमुख थे। इससे पहले दिन में रावलपिंडी स्थित आतंकवाद-निरोधी अदालत के न्यायाधीश चौधरी हबीब-उर-रहमान ने बलूचिस्तान पुलिस के उस आग्रह को स्वीकार कर लिया था, जिसमें बुगती मामले की जांच में मुशर्रफ को भी शामिल करने की मांग की गई थी।

न्यायाधीश के आदेश जारी करने के तुरंत बाद ही पुलिस टीम मुशर्रफ से पूछताछ करने के लिए उनके फॉर्महाउस पहुंच गई। बुगती की मौत के मामले में मुशर्रफ आरोपी हैं। इसी मामले को लेकर बलूचिस्तान की एक अदालत ने मुशर्रफ के खिलाफ साल 2011 में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।

करीब चार वर्ष के स्वनिर्वासन के बाद मार्च में पाकिस्तान लौटने के बाद मुशर्रफ को वर्ष 2007 में आपातकाल के दौरान 60 से ज्यादा न्यायाधीशों को हिरासत में लेने के मामले में 19 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया था। पूर्व राष्ट्रपति को दोबारा 25 अप्रैल को वर्ष 2007 में हुई पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था।

इसी से जुड़े एक अन्य घटनाक्रम में मुशर्रफ के कार्यकाल के वक्त गृह मंत्री रहे आफताब अहमद खान शेरपो क्वेटा स्थित आतंकवाद विरोधी अदालत के समक्ष उपस्थित हुए जो बुगती मामले की सुनवाई कर रही है। शेरपो ने अदालत से आग्रह किया कि सुरक्षा कारणों से उन्हें इस मामले में आगे की सुनवाई में निजी तौर पर उपस्थित रहने से मुक्त रखा जाए। अदालत ने मामले की सुनवाई 16 मई तक के लिए स्थगित कर दी।

प्रतिबंधित समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और अन्य आतंकवादी संगठनों की ओर से मुशर्रफ को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद मुशर्रफ को उन्हीं के फॉर्महाउस में बंद रखा गया है। पूर्व राष्ट्रपति पर पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो को समुचित सुरक्षा मुहैया नहीं कराने का आरोप है। वर्ष 2007 स्वनिर्वासन से लौटीं भुट्टो की चुनावी रैली में हत्या कर दी गई थी।

वकीलों ने देश में आपालकाल की घोषणा करने के मामले में मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का मामला चलाने की मांग को लेकर अदालत में याचिकाएं दायर की हैं। मुशर्रफ मार्च में राजनीति में नयी शुरूआत करने के लिए देश लौटे थे लेकिन विभिन्न मुद्दों में उन्हें अदालत में खींच लिया गया। पेशावर उच्च न्यायालय ने 30 अप्रैल को मुशर्रफ पर जीवन काल के लिए चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया। (एजेंसी)

First Published: Thursday, May 2, 2013, 20:24

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