Last Updated: Wednesday, February 15, 2012, 13:51
बैंकाक : दिल्ली में इजरायली दूतावास की कार को निशाने बनाए जाने और बैंकाक धमाकों के बीच तार जुड़े होने के सबूत अभी भले नहीं मिले हों, लेकिन दोनों वारदातों को अंजाम देने के लिए चुंबक बम (स्टिकी बम) का इस्तेमाल किया था।
थाई सुरक्षा अधिकारी दोनों के बीच किसी भी तरह के संबंध का पता लगाने के लिए जांच में जुटे हुए हैं। थाईलैंड की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख विशेएन पोतेफोश्री से जब इस संदर्भ में सवाल किया गया तो उन्होंने पूरी तरह सजग होकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सरकार अब तक यह पहचान नहीं कर पाई है कि बैंकाक और नई दिल्ली तथा तिब्लिसी की घटनाओं में किसी तरह का संबंध है। पोतेफोश्री ने कहा कि हमें अभी कोई संबंध नहीं मिला है, लेकिन हमारी जांच चल रही है। हम यह मानते हैं कि यहां के विस्फोटों में चुंबकीय तत्वों का इस्तेमाल किया था, हालांकि इसके स्रोत के बारे में जांच अभी की जानी है।
उधर, थाईलैंड में इजरायल के राजदूत इतजाक शोहाम ने दावा किया कि बैंकाक में धमाकों को अंजाम देने वाले तीनों ईरानी नागरिक उसी नेटवर्क का हिस्सा हैं, जिसने दिल्ली और तिब्लिसी की साजिश रची। विस्फोटों को अंजाम देने वाले दो ईरानियों को थाई सुरक्षा अधिकारियों ने पकड़ लिया, जबकि एक अन्य संदिग्ध के मलेशिया भागने की खबर है।
थाई विदेश मंत्री सुरापोंग तोविचाकचैकुल ने संवाददाताओं से कहा कि हम अभी यह नहीं कह सकते कि यह आतंकवादी वारदात थी, लेकिन यह भारत में एक राजनयिक को मारने के प्रयास से मिलता-जुलता कदम है। ईरानी नागरिक साएब मोरादी (28) ने कल बैंकाक में तीन धमाके किए थे।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 15, 2012, 19:21