Last Updated: Monday, August 26, 2013, 15:50

बीजिंग : रिश्वतखोरी, गबन और सत्ता के दुरूपयोग के आरोपों के कारण बदनाम हुए चीन के नेता बो जिलाई के खिलाफ मामले की सुनवाई पांच दिन तक चलने के बाद आज पूरी हो गई और इस दौरान अभियोजन पक्ष ने अत्यंत गंभीर अपराध करने के लिए उन्हें कठोर सजा दिए जाने की मांग की। सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने कहा कि शानदोंग प्रांत की जिनान इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट में 64 वर्षीय बो के खिलाफ सुनवाई आज पूरी हो गई।
संवाद समिति ने बताया कि अदालत फैसला सुनाने के लिए तिथि निर्धारित करेगी और उसी दिन मामले पर फैसला सुनाया जाएगा। इस प्रकार के कयास लगाए जा रहे हैं कि बो को उनकी पत्नी की तरह निलंबित मृत्युदंड की सजा दी जा सकती है। पांचवें दिन मामले की सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने बो को कठोर सज़ा दिए जाने की मांग की। अभियोजन पक्ष के एक वकील ने कहा, प्रतिवादी के अपराध बेहद गंभीर हैं और उसने अपना अपराध मानने से इनकार कर दिया है। कानून के अनुसार अपराधी को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
चोंगकिंग शहर में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के प्रमुख रहे और पार्टी पोलित ब्यूरो के पूर्व सदस्य बो को पिछले साल पार्टी के सभी पदों से बर्खास्त कर दिया गया था। पांच दिन तक ‘खुली अदालत’ में चली सुनवाई के दौरान बो ने खुद पर लगे सभी आरोपों से इनकार कर दिया। हालांकि बो ने धन के हस्तांतररण और शीर्ष पुलिस अधिकारी के अमेरिकी वाणिज्य दूतावास में शरण मांगने की घटना में अपनी ‘आंशिक जिम्मेदारी’ स्वीकार की।
अभियोजन पक्ष ने बो की पत्नी गु कैलाई और चोंगकिंग शहर के पूर्व पुलिस प्रमुख समेत कई गवाह पेश किए। उसने कहा कि बो के खिलाफ पर्याप्त सबूत पेश किए गए हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 26, 2013, 15:50