ब्रह्मपुत्र पर बांध बनने से जल प्रवाह नहीं होगा प्रभावित: चीन

ब्रह्मपुत्र पर बांध बनने से जल प्रवाह नहीं होगा प्रभावित: चीन

ब्रह्मपुत्र पर बांध बनने से जल प्रवाह नहीं होगा प्रभावित: चीन बीजिंग : चीन ने आज कहा कि उसने तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर तीन बांध बनाने की अपनी योजना पर आगे बढ़ने से पहले इस निर्माण कार्य के प्रभावों पर पूरी तरह विचार किया है। उसका दावा है कि इससे नदी के भारतीय क्षेत्र के प्रवाह पर कोई असर नहीं होगा।

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘चीन सीमा पार नदियों पर विकास कार्य और इनके इस्तेमाल को लेकर जिम्मेदार रहा है तथा उसने विकास तथा संरक्षण को समान रूप से तवज्जो देने की नीति अपनाई है।’’ हुआ ब्रह्मपुत्र नदी पर तीन बांधों के प्रस्तावित निर्माण पर भारतीय चिंता को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दे रही थीं। ये तीनों बांध दागू, जियाचा और जिएक्सू में बनने वाले हैं।

भारतीय विदेश मंत्रालालय के आधिकारिक प्रवक्ता ने पहले कहा था कि भारत ने इस मुद्दे को लेकर अपने विचारों और चिंताओं से चीन की सरकार को अवगत करा दिया है। हुआ ने कहा, ‘‘हमने निचले क्षेत्र में पड़ने वाले प्रभाव पर पूरी तरह विचार किया है। इस प्रस्तावित निर्माण से बाढ़ के रोकथाम एवं निचले इलाकों के पर्यावरण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।’’

चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ ने कहा, ‘‘सीमा पार नदियों पर चीन और भारत ने संवाद कायम रखा है।’’ उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं कहा कि क्या भारत ने इस संबंध में अपनी चिंताओं से चीन की सरकार को अवगत कराया है। चीन में ब्रह्मपुत्र नदी को यारलंग जांगबो के नाम से जाना जाता है।

चीन का कहना है कि ब्रह्मपुत्र नदी पर बिजली परियोजनाओं के निर्माण का मकसद बिजली पैदा करना है और उसका पानी के प्रवाह को रोकने का कोई इरादा नहीं है। ब्रह्मपुत्र नदी अरूणाचल प्रदेश से होते हुए तिब्बत और बांग्लादेश तक पहुंची है। (एजेंसी)

First Published: Monday, February 4, 2013, 19:43

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