Last Updated: Friday, April 12, 2013, 13:03
वाशिंगटन : अमेरिका में वर्ष 2011 के दौरान शुरू की गई कंपनियों में से लगभग 30 फीसदी के संस्थापक प्रवासी नागरिक हैं। इसी तथ्य पर ध्यान आकषिर्त करते हुए सूचना प्रौद्यगिकी (आईटी) क्षेत्र से जुड़े भारतीय पेशेवरों ने अमेरिकी सांसदों से एच1बी वीजा का कोटा बढ़ाने और ग्रीन कार्ड हासिल करने की प्रक्रिया को आसान करने की अपील की है।
उन्होंने सांसदों को बताया कि आप्रवासी आधारित व्यापार से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 775 अरब डॉलर से ज्यादा का राजस्व प्राप्त हुआ है।
पिछले कुछ दिनों से ‘नार्थ अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ इंडियन आईटी प्रोफेशनल’ (एनएआईआईपी) से जुड़े देश भर में काम कर रहे भारतीय आईटी पेशेवर अपनी बात रखने और व्यापक आव्रजन सुधार के लिए दर्जनों सांसदों से मुलाकात कर रहे हैं।
एच1बी वीजा का कोटा बढ़ाए जाने का आग्रह करने के साथ ही एनएआईआईपी ने अमेरिका में ही इन एच1बी वीजा को पुनर्मान्यीकृत किए जाने की व्यवस्था की भी मांग की है। इसका कहना है कि अगर देश विशिष्ट वीजा प्रणाली को खत्म कर दिया गया, तो नियोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार किसी भी देश से इस क्षेत्र के ज्यादा अनुभवी कर्मचारियों को यहां ला सकेंगे।
इसके साथ ही इस संघ ने एच1बी कर्मचारियों के वीजा खत्म होने पर वतन वापस भेजे जाने की अवधि को 60 दिन करने का आग्रह किया है। फिलहाल इसमें एक भी दिन की छूट नहीं है और कर्मचारियों को वीजा खत्म होते ही उसी दिन अमेरिका छोड़ कर वापस जाना पड़ता है। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 12, 2013, 13:03