‘भारत को नकारात्मवक रुप से पेश किया जा रहा’

‘भारत को नकारात्मवक रुप से पेश किया जा रहा’


वाशिंगटन : भारत ने कहा कि ईरान से तेल आयात के मुद्दे पर उसे नकारात्मक रूप से पेश करने की कोशिश की जा रही है, जबकि वह पहले ही यह साफ कर चुका है कि अपनी 1.2 अरब की आबादी की उर्जा आवश्यकताओं के लिए उसे भारी उर्जा की जरूरत है।

ईरान से तेल आयात के मुद्दे पर अमेरिकी थिंक टैंक एटलांटिक काउंसिल की एक सभा को संबोधित करते हुए अमेरिका में भारत की राजदूत निरूपमा राव ने कहा कि मुझे अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि पता नहीं क्यों किसी तरह भारत को नकारात्मक रूप से पेश किया जा रहा है। राव ने कहा कि अपनी विशाल उर्जा आवश्कयताओं को देखते हुए भारत ईरान से कच्चे तेल का आयात कर रहा है और वह इस मुद्दे पर अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ स्पष्ट रहा है।

उन्होंने कहा कि जैसा कि कई जगहों पर आरोप लगाया जा रहा है कि भारत ईरान से तेल आयात के बदले में छिपाकर भुगतान कर रहा है, वैसा कुछ नहीं है। राव ने कहा कि भारत इस मुद्दे पर पूरी तरह स्पष्ट रहा है और उसने अपने सहयोगियों को स्पष्ट रूप से इसके बारे में बता दिया है।

उन्होंने कहा कि भारत के सामने उर्जा सुरक्षा संबंधी विशाल आवश्यकताएं हैं लेकिन हम समझते हैं कि ईरान से तेल आयात के मुद्दे पर कई अवरोध हैं। हमें वास्तविकता का पता है। ईरान के साथ हमारे तेल आयात में कमी आई है। उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह एक तेल आयातक देश हैं। अपनी आवश्यकता का 75 प्रतिशत तेल हम विदेशों से आयात करते हैं। ईरान हमारा पारंपरिक तेल आपूर्तिकर्ता देश है। हमारी रिफाइनरियां वहां से आयातित तेल का प्रसंस्करण करती हैं। लेकिन वर्तमान हालातों को देखते हुए किसी देश के लिए ईरान से तेल आयात करना मुश्किल हो गया है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, May 31, 2012, 21:24

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