Last Updated: Friday, April 6, 2012, 06:08
संयुक्त राष्ट्र : अगले चार दशक के दौरान भारत और चीन की शहरी जनसंख्या में सबसे बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। इससे इनके सामने अपने लोगों को नौकरी, घर, बिजली और बुनियादी सुविधा मुहैया कराने की चुनौती होगी।
संयुक्त राष्ट्र के ‘2011 रिविजन ऑफ द वर्ल्ड अर्बनाइजेशन प्रोसपेक्ट’ में कहा गया है कि अफ्रीका और एशिया अगले चार दशकों में वैश्विक शहरीकरण के मामलों में जनसंख्या वृद्धि में सबसे आगे होंगे। इसमें भारत, चीन, नाइजीरिया, अमेरिका और इंडानेशिया की शहरी जनसंख्या में भारी बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।
वर्ष 2010 से लेकर 2050 तक भारत में 49.7 करोड़ और अधिक शहरी आबादी जुड़ जाएगी। जबकि इसी समयावधि के दौरान चीन में 34.1 करोड़ लोग, नाइजीरिया में 20 करोड़, अमेरिका में 10.3 करोड़, और इंडोनेशिया में 9.2 करोड़ और लोग शहरों में रहने लगेंगे। वर्ष 2010 और 2050 के बीच भारत और इंडोनेशिया में शहरी आबादी में वृद्धि का अनुमान पिछले 40 सालों की तुलना में अधिक होगा।
यह प्रवृति विशेषकर नाइजीरिया की दृष्टि से काफी मायने रखती है जहां पर शहरी जनसंख्या वर्ष 1970 और 2010 के बीच केवल 6.5 करोड़ ही बढ़ी। लेकिन 2010 और 2050 के बीच इसमें 20 करोड़ लोगों की वृद्धि का अनुमान है। विश्व के सभी देशों में वृद्धि के मामले में इस देश का तीसरा स्थान रहेगा। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 6, 2012, 11:38