Last Updated: Friday, June 28, 2013, 11:10

बीजिंग : भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को हल करने के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच आज (शुक्रवार को) फिर वार्ता होगी। इससे पहले 15 दौर की वार्ता हो चुकी है। भारत और चीन के रिश्तों में सीमा विवाद लंबे समय आड़े आ रहा है। इसका समाधान निकलाना दोनों देशों के हित के लिए जरूरी है। चीन में नेतृत्व परिवर्तन के बाद दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के इस पुराने मुद्दे पर यह पहली वार्ता है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और सीमा वार्ता में भारत के विशेष प्रतिनिधि शिवशंकर मेनन और चीन के नवनियुक्त विशेष प्रतिनिधि यांग जेईची हाल ही में दोनों पक्षों द्वारा इस मुद्दे को जल्दी सुलझाने का निश्चय किए जाने के बीच यह वार्ता करेंगे।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने यहां मीडिया को बताया कि मेनन सीमावार्ता के लिए यांग से भेंट करने के अलावा देश के प्रधानमंत्री ली क्विंग से भी भेंट करेंगे। इसके अलावा मेनन विदेश मंत्री वांग यी से भी मुलाकात करेंगे।
यह पूछने पर कि क्या दोनों पक्ष इस प्रक्रिया में तेजी लाना चाहेंगे चुनयिंग ने कहा, हम सीमा के प्रश्न को दोनों देशों के बीच का मुद्दा मानते हैं। हम ऐसा समाधान खोजने की कोशिश कर रहे हैं जो दोनों पक्षों को स्वीकार्य हो। उन्होंने कहा, लेकिन सीमा विवाद इतिहास के पन्नों का छोड़ा हुआ मुद्दा है और इसे चुटकियों में नहीं सुलाझाया जा सकता। लेकिन आपको देखना चाहिए कि दोनों पक्षों ने इसे सुलझाने के लिए कड़ी मेहनत की है और कई उपलब्धियां भी हासिल की गई हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, दोनों पक्ष समाधान की प्रक्रिया में प्राथमिक सहमति स्तर पर पहुंच गए हैं। हम सीमा विवाद मुद्दे पर लंबित समान और दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य स्थाई समाधान पाने के लिए दोनों पक्षों के बीच बनी सहमति के आधार पर भारतीय पक्ष के साथ काम करना चाहेंगे। उन्होंने कहा, हमें सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थाईत्व बनाने रखने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सीमा विवाद मुद्दे से चीन और भारत के रिश्तों पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। आज की बैठक में हाल ही में लद्दाख क्षेत्र की देपसांग घाटी में चीनी सैनिकों की घुसपैठ के मुद्दे पर मुख्य फोकस रहेगा।
इस बैठक में वार्ता दिसंबर में मेनन और चीन के पूर्व विशेष प्रतिनिधि दाई बिंगो के बीच हुई वार्ता के बाद से शुरू होगी। पिछले वर्ष दिसंबर में हुई वार्ता में दोनों पक्ष पिछले 15 दौर में हुई वार्ता पर आपसी समझ पर सहमत हो गए थे। शुरूआत में सीमा मुद्दे पर वार्ता तीन चरणों में होनी तय हुई थी और फिलहाल वार्ता दूसरे चरण में है। (एजेंसी)
First Published: Friday, June 28, 2013, 09:14