Last Updated: Wednesday, October 12, 2011, 03:55
अंकारा (तुर्की) : उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के दौरे में भारत और तुर्की के बीच हुई उच्च स्तरीय वार्ता के दौरान आतंकवाद का मुद्दा छाया रहा। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के इलाके में हुई आतंकवादी घटनाओं पर चिंता जताई।
अंसारी ने तुर्की के राष्ट्रपति अब्दुल्ला गुल, प्रधानमंत्री रासेप तैयप इरडोगन और तुर्की ग्रांड नेशनल असेंबली के अध्यक्ष सेमिल सिसेक के साथ कई बैठकें कीं। इन सभी बैठकों में आतंकवाद ही बातचीत का मुख्य मुद्दा रहा।
विदेश मंत्रालय में विशेष सचिव (पब्लिक डिप्लोमेसी) पिनाक रंजन चक्रवर्ती ने बैठकों के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘इन वार्ताओं में आतंकवाद और इससे हुए नुकसान पर ही मुख्य रूप से वार्ता हुई। तुर्की जानता है कि भारत को इससे निपटने में और अधिक अंतरराष्ट्रीय सहयोग की जरूरत है।’
चक्रवर्ती ने स्पष्ट किया कि इन वार्ताओं के दौरान कहीं भी पाकिस्तान का जिक्र नहीं आया। सिर्फ अगले महीने अफगानिस्तान को लेकर होने वाले इंस्ताबुंल कांफ्रेंस में उसका जिक्र आया जिसमें दोनों देशों के विदेश मंत्री हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि इंस्तांबुल और तुर्की के अन्य हिस्सों में हाल में हुए आतंकवादी हमले में मारे गये लोगों के प्रति भारत ने ‘गहरा दुख’ जताया। दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान संकट पर भी विस्तृत चर्चा की।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 12, 2011, 09:25