Last Updated: Monday, May 28, 2012, 17:08

नेपिदा : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को म्यांमार के राष्ट्रपति थेन सेन के साथ मुलाकात के दौरान यहां कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग का एक नया दौर शुरू हो रहा है। मनमोहन सिंह रविवार को यहां तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे। उन्होंने यहां राष्ट्रपति भवन 100-रूम में थेन सेन से कहा कि उनका देश म्यांमार के साथ आर्थिक एवं विकास सम्बंधी साझेदारी मजबूत करने के लिए बचनबद्ध है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन के अनुसार, प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हम राष्ट्र निर्माण के आपके प्रयासों में तथा आपके द्वारा लाए जा रहे बदलावों में पूर्ण सफलता की कामना करते हैं। माइक्रोब्लागिंग साइट, ट्विटर पर दर्ज कई संदेशों में प्रधानमंत्री के हवाले से कहा गया है कि क्षमता निर्माण, विकास सहायता कार्यक्रम की एक प्रमुख प्राथमिकता है।
मनमोहन सिंह ने थेन सेन से कहा कि भारत, म्यांमार के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ाकर दोगुना करना चाहता है। पिछले 25 वर्षों के दौरान म्यांमार की यात्रा करने वाले मनमोहन सिंह पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। उन्हें यहां गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। मनमोहन सिंह मंगलवार को यंगून जाएंगे, जहां वह लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू की से मुलाकात करेंगे और उसके बाद स्वदेश वापस लौट आएंगे।
मनमोहन सिंह का दौरा भारतीय उद्योग जगत के लिए म्यांमार में और उसके साथ व्यापार करने का संकेत होगा। भारत-म्यांमार के बीच फिलहाल मात्र 1.2 अरब डॉलर का व्यापार है। नई दिल्ली 2015 तक इसे बढ़ाकर दोगुना करना चाहता है। सिंह के साथ उनकी पत्नी गुरशरण कौर, विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा और वरिष्ठ अधिकारी भी म्यांमार गए हुए हैं। विदेश सचिव रंजन मथाई ने कहा कि मनमोहन सिंह के म्यांमार दौरे का आधार पिछले वर्ष थेन सेन के भारत दौरे के दौरान ही तैयार हुआ था। (एजेंसी)
First Published: Monday, May 28, 2012, 17:08