Last Updated: Friday, October 7, 2011, 13:12
वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तान से कहा कि उसे भारत को अपना घोर शत्रु नहीं मानना चाहिए. उसे अफगान-भारत को लेकर अपने शत्रु भाव को छोड़ देना चाहिए तथा यह अहसास करना चाहिए कि भारत के प्रति शांतिपूर्ण पहल सबके हित में होगी.
ओबामा ने व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, पाकिस्तान को लगता है कि उसके सुरक्षा हित पर स्वतंत्र अफगानिस्तान से खतरा है क्योंकि वे समझते हैं कि अफगानिस्तान भारत के साथ मिल जाएगा. पाकिस्तान अब भी भारत को अपना घोर शत्रु समझता है.
उन्होंने कहा, ‘हम जो चाहते हैं उसके तहत एक बात यह है कि पाकिस्तान यह एहसास करे कि भारत के प्रति शांतिपूर्ण पहल ही सबके हित में होगी और वाकई पाकिस्तान को भी इससे विकास में मदद मिलेगी.’ ओबामा का यह जवाब तब आया जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अपने पूर्व शीर्ष सैन्य कमांडर माइक मुलेन के इस आरोप से इत्तेफाक रखते हैं कि पाकिस्तान की आईएसआई ने हक्कानी नेटवर्क को अपने प्रामाणिक अंग के रूप में उपयोग किया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि पाकिस्तान जिन बड़ी समस्याओं से जूझ रहा है उनमें एक गरीबी, निरक्षरता, विकास का अभाव और ऐसे नागरिक संस्थानों की कमी है. और उस माहौल में आप कट्टरपंथ को आगे बढ़ते हुए देख रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘हम लगातार पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों का इस आधार पर मूल्यांकन करेंगे कि यह अमेरिकियों के हितों की सुरक्षा में मददगार हो. पाकिस्तानी जनता को उनके अपने समाज एवं अपनी सरकार को मजबूत करने में मदद करने की हमारी गहरी इच्छा है.’
पाकिस्तान के संबंध में ओबामा ने कहा, ‘मैंने कहा कि मेरा प्रथम लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि अलकायदा अमेरिका में हमला नहीं कर सके और दुनियाभर में अमेरिकी हितों को प्रभावित न कर सके. मैं समझता हूं कि हमने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के सीमावर्ती इलाके में प्रत्यक्ष रूप से अलकायदा का पीछा कर अच्छा काम किया है.
एक और सचाई यह भी है कि हमारा लक्ष्य यह रहा है कि हम अफगानिस्तान से हटें और वहां एक ऐसी स्थायी सरकार आए जो स्वतंत्र एवं लोकतांत्रिक हो और मानवाधिकार का सम्मान करे, लेकिन मैं मानता हूं कि पाकिस्तान वहां हमारे कुछ लक्ष्यों के प्रति दुविधा का शिकार रहा.’ उन्होंने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान को समझाया है कि स्थिर अफगानिस्तान उसके हित में है और उसे स्थिर तथा स्वतंत्र अफगानिस्तान से खतरा महसूस नहीं करना चाहिए.
(एजेंसी)
First Published: Friday, October 7, 2011, 18:42