Last Updated: Sunday, February 12, 2012, 05:01
लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन भारत को दी जाने वाली विशाल वित्तीय सहायता में कटौती करने के लिए जबर्दस्त दबावों का सामना कर रहे हैं ।
भारत ने इस महीने ब्रिटेन समर्थित लड़ाकू विमान यूरोफाइटर टाइफून की बजाय फ्रांसीसी विमान राफेल को एक बड़ा ठेका देने की घोषणा की थी जिससे ब्रिटेन स्तब्ध रह गया था । इससे पहले व्यापार को बढ़ाने के लिये ब्रिटिश सरकार की ओर से काफी प्रयास किये गये थे ।
भारत के वित्त मंत्री द्वारा ब्रिटेन की वित्तीय मदद को एक मूंगफली के बराबर करार दिये जाने की खबर के बाद नाराज ब्रितानी सांसदों ने कैमरन पर भारत को दी जाने वाली एक अरब पाउंड से अधिक की वित्तीय सहायता में कटौती करने के लिये दबाव बढ़ा दिया है ।
वर्ष 2010 में प्रधानमंत्री बनने के बाद एक विशाल प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत के दौरे पर गये कैमरन ने युद्धक विमानों के खरीदने के फैसले को बदलने के लिये नयी दिल्ली पर दबाव डालने का वादा किया है ।
इस समझौते के बारे में संसद में इस सप्ताह पूछे गए एक सवाल के जवाब में कैमरन ने कहा था ‘भारत में जो हुआ, उससे मैं बहुत निराश हूं लेकिन यूरोफाइटर प्रतिस्पर्धा से बाहर नहीं हुआ है। हमें इस बारे में फिर से बातचीत करने की जरूरत है जो हम कर सकते हैं।’
(एजेंसी)
First Published: Sunday, February 12, 2012, 16:31