Last Updated: Wednesday, January 4, 2012, 12:49
बीजिंग : चीन ने यिवु में अदालत के बाहर दो भारतीय को चीनी व्यापारियों द्वारा अपहरण से बचाने के प्रयास के दौरान एक भारतीय राजनयिक के साथ बुरे बर्ताव के आरोपों को ‘झूठा’ बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि पुलिस ने अपहरण मामले में पांच स्थानीय संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई शुरु कर दी है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हांग लेई ने मीडियाकर्मियों से कहा कि भारतीय राजनयिक अधिकारी को भोजन एवं दवाएं लेने से रोकने और यिवु में रहने के दौरान घेरने से संबंधित खबरें झूठी हैं। हांग ने यह टिप्पणी डायबिटीज के शिकार भारतीय राजनयिक एस बालचंद्रन के एक अदालत के बाहर बेहोश होने पर भोजन एवं दवाएं देने से रोकने की खबरों से संबंधित सवाल के जवाब में की।
बालचंद्रन चीन के व्यापारिक केंद्र यिवु में दो भारतीयों श्यामसुंदर अग्रवाल और दीपक रहेजा की रिहाई के लिए 31 दिसंबर को आए थे। दोनों भारतीयों ने 15 दिसंबर को उन्हें अपहत किए जाने के बाद से ही परेशान करने और उनके साथ बुरा बर्ताव करने की शिकायत दर्ज कराई थी।
हांग ने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि चीन कानून व्यवस्था से चलने वाला देश है और भारत-चीन संबंध को बनाए रखना उसके लिए महत्वपूर्ण है। संबंधित विभागों ने हमेशा कानूनी अधिकारों और चीन में भारतीयों के हितों को विधि के मुताबिक बनाए रखा है।
हांग ने कहा कि दोनों भारतीय व्यापारियों को फिलहाल होटल में रखा गया है। भारतीय अधिकारियों ने कहा कि उन्हें शंघाई लाने के प्रयास जारी हैं। रहेजा ने फोन पर बतया कि वे अभी भी मुश्किल में हैं क्योंकि उनके होटल के बाहर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जमा हैं। हांग ने मीडिया से कहा कि दो व्यक्ति अब भी चिंतित हैं और स्थानीय पुलिस ने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि चीन को उम्मीद है कि भारतीय पक्ष इस मामले को निष्पक्षता और ययार्थता और समझदारी से देखेगा और भारतीय व्यापारियों को चीन से चीनी कानून और नियमों के अनुरूप लेगा तथा बेहतर विश्वास के साथ व्यापार करेगा।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 4, 2012, 19:49