Last Updated: Friday, March 2, 2012, 12:09
तेहरान : वर्ष 2009 में राष्ट्रपति मोहम्मद अहमदीनेजाद को सत्ता में वापस लाने वाले राष्ट्रपति चुनाव के बाद ईरान में आज एक नई संसद के लिए राष्ट्रव्यापी चुनाव हो रहा है जो रुढ़िवादी लोगों के बीच उनके समर्थन की एक और परीक्षा होगी।
संसद की 290 सीटों को भरने के लिए हो रहे इस चुनाव का ईरान के मुख्य विपक्षी दल और सुधारवादी गुटों ने बहिष्कार किया है जिसके नेता पिछले एक साल से नजरबंद हैं। सरकारी टेलीविजन रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनी ने चुनाव शुरू होने के कुछ देर बाद ही वोट डाला और देश के 4 करोड़ 80 लाख मतदाताओं से भारी संख्या में वोट देने का आह्वान किया ताकि देश के ‘भविष्य, प्रतिष्ठा, सुरक्षा और स्वाधीनता को मजबूती दी जा सके।’
खमेनी ने चुनाव को पश्चिमी देशों के साथ ईरान का निर्णायक मुकाबला करार दिया और कहा, ‘पहले मात खा चुकी अहंकारी शक्तियां प्रतिबंधों और मानवाधिकार के मुद्दों को दुहरा रही हैं।’ यह चुनाव मुख्यत: अहमदीनेजाद का समर्थन करने वाले रुढ़िवादियों और कट्टरपंथियों के बीच है। वर्ष 2009 की जीत के बाद हुए विवाद के विपरीत इस चुनाव में किसी भी प्रकार के विरोध की अपेक्षा नहीं है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 2, 2012, 17:41