Last Updated: Tuesday, October 16, 2012, 12:06

लंदन : बालिका शिक्षा के लिए आवाज बुलंद करने के चलते तालिबान के जानलेवा हमले में गंभीर रूप से घायल 14 वर्षीय पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई के बारे में डाक्टरों ने आज कहा कि उसके स्वस्थ होने की काफी उम्मीद है। मलाला को विशेष उपचार के लिए कल हवाई एम्बुलेंस से गोपनीय तरीके से पाकिस्तान से निकाल कर ब्रिटेन लाया गया था । विशेष उपचार में उसकी खोपड़ी की क्षतिग्रस्त हड्डियों को जोड़ना भी शामिल है।
उसे यहां बर्मिंघम में क्वीन ऐलिजाबेथ अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां विशेष बड़ा ट्रामा सेंटर है। इस सेंटर में अफगानिस्तान में गंभीर रूप से घायल ब्रिटिश सैनिकों का इलाज किया जाता है। अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा. डेव रोजर ने कहा, डाक्टरों का मानना है कि उसके हर स्तर पर स्वस्थ होने की उम्मीद है। उन्होंने यहां अस्पताल में संवाददाताओं को बताया कि मलाला के उपचार और उसके पुनर्वास में महीनों का समय लग सकता है।
उन्होंने कहा, यदि उसके ठीक होने की व्यापक संभावना नहीं होती तो निश्चित तौर पर उसे इस सब परेशानी में डालने का कोई मतलब नहीं था। डा. रोजर ने कहा कि अस्पताल के विशेषज्ञ उसका उपचार करने की अच्छी स्थिति में हैं क्योंकि उनके पास घायल ब्रिटिश सैनिकों का इलाज करने का दस सालों का अनुभव है और मनोचिकित्सा की दृष्टि से उसकी हालात किसी युद्ध में घायल सैनिक जैसी ही है। गौरतलब है कि मलाला और उसकी दो सहेलियों को पाकिस्तान की स्वात घाटी में उनके गृह नगर मिंगोरा में तालिबान ने गोली मार दी थी।
मलाला को तालिबान के खिलाफ तथा बालिका शिक्षा के पक्ष में आवाज बुलंद करने के लिए निशाना बनाया गया था। मलाला के एक बार संतोषजनक तरीके से ठीक हो जाने के बाद डाक्टरों का मानना है कि उसे न्यूरोलॉजिकल मदद के साथ साथ खोपड़ी की क्षतिग्रस्त हड्डियों के उपचार की भी जरूरत होगी। डाक्टर मलाला के कई मेडिकल परीक्षण कर चुके हैं और अस्पताल की एक प्रवक्ता ने बीबीसी को बताया कि आज दिन में बाद में उसके स्वास्थ्य को लेकर ताजा जानकारी दिए जाने की संभावना है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 16, 2012, 12:06