Last Updated: Thursday, January 3, 2013, 22:57

लंदन : पाकिस्तान की किशोर कार्यकर्ता मलाला युसूफजई के पिता को पाकिस्तान के बर्मिंघम स्थित मिशन में नौकरी दी गई है। महिलाओं की शिक्षा एवं अन्य अधिकार मामलों पर आवाज उठाने के कारण तालिबान ने पिछले वर्ष 9 अक्तूबर को पाकिस्तान की स्वात घाटी में मलाला को गोली मारी थी। सिर में गोली लगने के बाद ब्रिटेन के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
पाकिस्तान सरकार के हवाले से ‘बीबीसी’ ने अपनी खबर में कहा है कि जिआउद्दीन युसूफजई को तीन वर्ष के लिए मिशन प्रमुख के अंतर्गत शिक्षा विभाग का प्रमुख नियुक्त किया गया है। उनके कार्यकाल को और दो वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है। लंबे वक्त तक रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में इलाज के बाद 15 वर्षीय मलाला को बेहतर इलाज के लिए ब्रिटेन के क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल लाया गया है।
मलाला को गोली लगने के वक्त उसके पिता स्वात घाटी में ही एक स्कूल चलाते थे। तालिबान ने कहा था कि उसने धर्मनिरपेक्षता का प्रचार करने के कारण मलाला को गोली मारी है। पिछले महीने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी मलाला से मिलने ब्रिटेन आए थे। अपने दौरे पर जरदारी ने जिआउद्दीन को आश्वासन दिया था कि मलाला के इलाज का पूरा खर्च पाकिस्तान सरकार उठाएगी और ब्रिटेन में रह रहे परिवार के खर्च का इंतजाम भी सरकार की ओर से किया जाएगा।
पाकिस्तान सरकार की ओर से कल रात जारी बयान के मुताबिक, जिआउद्दीन की नियुक्ति राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी द्वारा किए गए वादे के मुताबिक की गई है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 3, 2013, 18:56