Last Updated: Tuesday, September 17, 2013, 13:34
लंदन: पाकिस्तान की स्कूली छात्रा एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई और अमेरिकी गायक तथा मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय कार्यकर्ता हैरी बेलाफोंटे को संयुक्त रूप से एमनेस्टी इंटरनेशनल का एंबेसेडर ऑफ कंसाइंस अवार्ड 2013 देने की घोषणा मंगलवार को की गई। एंबेसेडर ऑफ कंसाइंस अवार्ड मानवाधिकार क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है, जो उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जो अपने जीवन के उदाहरणों से मानवाधिकार को बढ़ावा देते हैं और मानवाधिकार के लिए काम करते हैं।
एमनेस्टी इंटरनेशनल द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, यह अवार्ड मंगलवार शाम आयरलैंड के डब्लिन में मैनसन हाउस में आयोजित समारोह में दिया जाएगा।
एमनेस्टी इंटरनेशनल के महासचिव सलिल शेट्टी ने कहा कि हमारे दो नए एंबेसेडर ऑफ कंसाइंस कई मामलों में एक दूसरे से बिल्कुल भिन्न हैं। लेकिन दोनों में एक बात समान है कि दोनों ही कहीं भी और किसी के लिए भी मानवाधिकारों की लड़ाई जारी रखने के प्रति समर्पित हैं।
उन्होंने कहा कि हैरी और मलाला अंतरात्मा के सच्चे राजदूत हैं, वे सार्वभौमिक अधिकारों, न्याय और मानवीय गरिमा की बात करते हैं और दूसरों को भी ऐसा करने की प्रेरणा देते हैं। पाकिस्तान की 16 वर्षीया स्कूली छात्रा मलाला यूसुफजई सबके लिए समान शिक्षा की पक्षधर हैं।
साल 2009 में बीबीसी के लिए लिखी गई अपनी डायरी में मलाला ने तालिबान के बालिका शिक्षा विरोधी होने और पाकिस्तान में लड़कियों के स्कूलों पर प्रतिबंध लगाने पर दुख जाहिर किया था, जिसके बाद पाकिस्तानी तालिबानी कट्टरपंथियों ने उसे गोली मार दी थी। मलाला को एंबेसेडर ऑफ कंसाइंस अवार्ड गायक बोनो और लेखिका अजर नफीसी प्रदान करेंगे।
एमनेस्टी द्वारा जारी बयान के अनुसार मलाला ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे इस अवार्ड के लिए चुना गया है। मैं आप सबको यह याद दिलाना चाहती हूं कि दुनियाभर में मेरे जैसे कितने बच्चों को हर दिन स्कूल जाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मैं आशा करती हूं कि साथ मिलकर काम करने से एक दिन हमें दुनिया के हर कोने में हर बच्चे तक शिक्षा पहुंचने की जरूरत का एहसास होगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 17, 2013, 13:34