Last Updated: Wednesday, June 27, 2012, 20:50

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने भारत के गृह मंत्री पी चिदंबरम के उस बयान को खारिज कर दिया कि मुंबई पर हमला करने वाले आतंकियों को सरकार का समर्थन हासिल था और कहा कि एक प्रोपगेंडा अभियान के तहत आईएसआई को निशाना बनाया जा रहा है।
मलिक ने कहा, ‘हमें अपनी आईएसआई पर गर्व है, जो पाकिस्तान की रक्षा कर रही है।’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में आईएसआई की भूमिका को सभी लोगों का समर्थन हासिल है। उन्होंने चिदंबरम समेत भारत के नेताओं के उन बयानों का बार-बार खंडन किया कि मुंबई हमले में पाकिस्तान सरकार और सरकार से इतर तत्व शामिल थे। मलिक ने आईएसआई को एक विशिष्ट एजेंसी करार दिया।
गौरतलब है कि चिदंबरम ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि 26/11 को मुंबई पर हमला करने वाले आतंकियों को स्पष्ट तौर पर सरकार से सहयोग मिला था।
मलिक ने मंगलावर दोपहर गृह मंत्रालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कई आतंकी हमलों में भारत की जांच की भी निंदा की और कहा, ‘चीजें अब स्पष्ट हो रही हैं। कौन जानता है कि भारत से किसी ने एक स्टिंग ऑपरेशन किया हो?’ हालांकि उन्होंने ‘स्टिंग ऑपरेशन’ कहने का मतलब स्पष्ट नहीं किया।
उन्होंने अबू जंदल, फहीम अंसारी और सबाहुद्दीन अहमद के संदर्भ में कहा, ‘क्या ये तीनों पाकिस्तान आ कर यहां के लोगों से घुल-मिल सकते हैं। वे संसाधन जुटा कर वापस जा सकते हैं और तब मुंबई हमला होता है। इसलिए कोई भी तर्कसंगत जांचकर्ता सोचने पर मजबूर हो जाएगा।’
मलिक ने भारतीय अधिकारियों से संदिग्ध आतंकी के बारे में विस्तृत जानकारी भी मांगी, जिससे पाकिस्तान जरूरी कार्रवाई कर सके। हालांकि साथ में उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों और चिदंबरम को जंदल, फहीम अंसारी और सबाहुद्दीन अहमद जैसे भारतीय नागरिकों की भूमिका पर भी ध्यान देना होगा।
मलिक ने यह भी कहा कि भारत में हुए जिन पांच आतंकी हमलों का आरोप आईएसआई पर लगाया जा रहा है, वे हिन्दू उग्रवादियों की ओर से किए गए हैं। ये हमले हैं वर्ष 2006 एवं 2008 के मालेगांव विस्फोट, वर्ष 2007 का समझौता एक्सप्रेस विस्फोट, वर्ष 2007 का मक्का मस्जिद विस्फोट और वर्ष 2007 का अजमेर दरगाह विस्फोट।
साथ ही उन्होंने चिदंबरम को यह बताने का भी दावा किया कि ‘मुझे लगता है कि आपके देश में हिन्दू उग्रवाद का प्रसार हो रहा है। हम पाकिस्तान में तालिबान पर नियंत्रण करने में असफल रहे और हम इसे झेल रहे हैं। कृपया कुछ करें।’ उन्होंने कहा कि समझौता एक्सप्रेस विस्फोट में मारे गए पाकिस्तानी नागरिकों के परिजन इस मामले में शामिल भारतीय थलसेना अधिकारी कर्नल एस के पुरोहित को इस्लामाबाद को सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं।
मलिक ने यह भी कहा कि पाकिस्तान किसी भी जांच में भारत का सहयोग करने और आतंक के खिलाफ सूचना साझा करने के लिए तैयार है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 27, 2012, 20:50