Last Updated: Tuesday, December 27, 2011, 09:16
इस्लामाबाद : सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी का कहना है कि वह अपनी मां, पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के शांतिपूर्ण और प्रगतिशील पाकिस्तान के सपने को कभी नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के प्रति उनकी (बेनजीर की) प्रतिबद्धता ने देश को कई तरीकों से शक्तिशाली बनाया है।
बेनजीर की चौथी पुण्यतिथि पर बिलावल ने एक आलेख में लिखा, ‘मेरी मां पाकिस्तान की शांति, समृद्धि और विकास के लिए संघर्ष करते हुए शहीद हुईं हैं। मैं अपनी मां के पाकिस्तान के सपने को कभी नहीं छोडूंगा। मैं उस महिला के सपने को नहीं छोडूंगा जिसने इसलिए अपने प्राणों की आहूति दे दी ताकि पाकिस्तान आजाद हो सके।’ अपने पिता राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के मेमोगेट कांड में घिरने के बाद पीपीपी में अहम भूमिका निभा रहे 23 वर्षीय बिलावल ने लिखा कि मेरा आपसे और उनसे (मां से) वादा है कि उनका सपना अब मेरा सपना है।
रावलपिंडी में चार साल पहले अपनी मां की आत्मघाती हमले में हुई मौत का हवाला देते हुए बिलावल ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून में लिखा, ‘दुखद 27 दिसंबर को क्या हमने विकास के बदले क्रांति का रास्ता चुना था, सेना और पीपीपी दोनों कमजोर हो जाते एक मात्र हथियारबंद समूह आतंकवादी बचता स्थिति का फायदा उठाने और देश पर नियंत्रण करे लिए।
उन्होंने सरकार और शक्तिशाली सेना के बीच तनाव के मद्देनजर लिखा कि हम अब भी लोकतांत्रिक पाकिस्तान के लिए प्रतिबद्ध हैं और संस्थानों में टकराव की बात को अस्वीकार करते हैं। बिलावल ने कहा कि पीपीपी ‘शक्तिशाली सेना’ और ‘स्वतंत्र न्यायपालिका’ दोनों चाहता है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 27, 2011, 22:54