Last Updated: Friday, August 31, 2012, 16:05

संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने मालदीव में साल की शुरुआत में हुए विवादित सत्ता हस्तांतरण पर आई एक रपट का स्वागत किया है। उन्होंने सभी दलों से इस रपट के परिणाम को स्वीकारने को कहा है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक `कमिशन ऑफ नेशनल इनक्वायरी` (सीएनआई) की रपट में 7 फरवरी को हुए सत्ता हस्तांतरण के सम्बंध में लगाए गए आरोपों को नकार दिया गया है। सीएनआई का कहना है कि तख्तापलट कानूनी प्रक्रिया के अंतर्गत किया गया था।
रपट में कहा गया है कि तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद नाशिद का इस्तीफा वैध था और राष्ट्रपति मोहम्मद वाहिद हसन को सत्ता संविधान के नियमों के अतंर्गत सौंपी गई थी। नाशिद के समर्थक फरवरी में हुए इस तख्ता पलट के बाद से प्रदर्शन कर रहे हैं। वह इसे विद्रोह से हुआ हस्तांतरण मानते हैं। मून के प्रवक्ता ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा, `महासचिव ने आज इस रपट का स्वागत किया।`
मून ने सभी दलों से इस रपट को स्वीकारने की अपील करने के साथ-साथ देश में चल रहे राजनीतिक समस्याओं के समाधान के लिए एक राष्ट्रव्यापी संवाद करने की बात कही है। फरवरी महीने में राष्ट्रपति नाशिद ने सरकार, पुलिस और सेना के बीच कई दिनों से चले आ रहे विरोध और तनाव को देखते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके स्थान पर वाहिद को राष्ट्रपति बनाया गया था। इस घटना पर सरकार ने संयुक्त राष्ट्र और राष्ट्रमंडल देशों के साथ सीएनआई का गठन किया जिसे संयुक्त राष्ट्र और राष्ट्रमंडल का कानूनी सलाह भी प्राप्त हुआ। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 31, 2012, 16:05