Last Updated: Monday, October 8, 2012, 12:42

माले: मालदीव में लोकतांत्रिक तौर पर चुने गए पहले राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद को अपने अधिकारों के दुरुपयोग के मामले में एक अदालत के समक्ष पेश नहीं होने के एक हफ्ते बाद सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। मालदीव की पुलिस ने फारेसमाथोडा ऑफ गाफू ढालू अटोल द्वीप पर 45 वर्षीय नशीद को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के प्रवक्ता हसन हनीफ ने पुष्टि की कि हुलहुमाले मजिस्ट्रेट अदालत की ओर से उन्हें पेश किए जाने के आदेश के बाद नशीद को गिरफ्तार किया गया। उन्हें पूर्व आवास मंत्री मोहम्मद असलम के घर से गिरफ्तार किया गया। नशीद ने सत्ता में रहने के दौरान अपने खिलाफ मुकदमा चलाने के एक विशेष अदालत के आदेश की वैधता पर सवाल खड़े किए थे, जिसके बाद अदालत ने उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया।
उनके खिलाफ अपने कार्यकाल के आखिरी दिन मुख्य फौजदारी न्यायाधीश अब्दुल्ला मुहम्मद की गिरफ्तारी में अपने अधिकारों के दुरुपयोग के आरोप लगाए गए हैं। नशीद ने ट्विटर पर लिखा कि कार्यवाहक मजिस्ट्रेट अदालत की वैधता पर सवाल उठाते हुए मैंने इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर की है और फैसले का इंतजार कर रहा हूं।
नशीद की ‘मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी’ ने आज उनकी गिरफ्तारी के विरोध में संसद का सत्र बाधित किया। वर्ष 2008 में देश में पहले लोकतांत्रिक चुनाव हुए थे जिनमें नशीद की जीत हुई थी। उनके खिलाफ चल रहे इस मामले में उन्हें जेल की सजा हो सकती है या उन्हें किसी दूरस्थ द्वीप में भेजा जा सकता है तथा भविष्य में उनके चुनाव लड़ने पर रोक भी लग सकती है। यह मामला जनवरी में एक वरिष्ठ न्यायाधीश को गिरफ्तार करने के लिए नशीद द्वारा सेना भेजने के बारे में है। उनकी इस कार्रवाई का इतना विरोध हुआ था कि उन्हें फरवरी में पद से इस्तीफा देना पड़ गया।
नशीद के अलावा पूर्व रक्षा मंत्री थोल्हाथ इब्राहीम कालेफानू, पूर्व सुरक्षा बल प्रमुख मेजर जनरल मूसा अली जलील, पूर्व ब्रिगेडियर जनरल इब्राहिम मोहम्मद दीदी और कर्नल मोहम्मद जियाद पर भी न्यायाधीश की असंवैधिानिक गिरफ्तारी का आरोप है। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 8, 2012, 12:42