Last Updated: Saturday, September 7, 2013, 14:29
माले : मालदीव में दूसरे बहुदलीय राष्ट्रपति चुनाव के लिए आज मतदान शुरू हो गया। बीते अठारह महीनों से राजनीतिक उथल पुथल के गवाह रहे इस हिंद महासागर द्वीपसमूह में मतदान केंद्रों के बाहर लोगों की लंबी कतारें हैं। दुनिया के स्वर्ग के तौर पर मशहूर इस देश के 192 आबाद द्वीपों और 40 रिसॉटरें में बनाए गए 470 मतदान केंद्रों पर आज सुबह 7.30 बजे (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार 02.30 बजे) मतदान शुरू हुआ, जहां करीब 2.30 लाख मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का उपयोग किए जाने की संभावना है।
मालदीव के मुख्य चुनाव आयुक्त फव्वाद तौफीक ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर सुबह 7.30 बजे मतदान शुरू हो गया और अभी तक किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि मतदान सुचारू रूप से जारी है। अभी तक किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद अपनी पत्नी के साथ मतदान करने के लिए गयासुद्दीन अंतरराष्ट्रीय स्कूल पहुंचे। यहां संवाददाताओं से बात करते हुए वहीद ने कहा कि सभी दलों को चुनाव के नतीजे स्वीकार करने चाहिए। गयासुद्दीन स्कूल एक बड़ा मतदान केंद्र है, जहां विभिन्न स्थानों पर पांच मतपेटियां रखी हुई हैं। माफानू मदरसा, हिरिया स्कूल और सीएचसीई स्कूल के बाहर भी उत्साही मतदाताओं की लंबी कतारें हैं।
राष्ट्रपति पद के लिए हो रहे इस चुनाव में चार उम्मीदवारों, मोहम्मद वहीद, पूर्व राष्ट्रपति एवं मालदीव ड्रेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार नशीद, पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल गयूम के भाई एवं प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव के उम्मीदवार अब्दुल्ला यमीन और जम्हूरी पार्टी के उम्मीदार एवं व्यवसायी कासिम इब्राहिम के बीच टक्कर है। दुनिया के नए बहुदलीय लोकतंत्र के घटनाक्रमों पर 1,642 स्थानीय और 225 अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों के अलावा 2,229 से अधिक स्थानीय पर्यवेक्षक, 102 अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के 1,343 प्रतिनिधि कड़ी निगाह रखे हुए हैं। यहां एक कैफे चलाने वाले 42 वर्षीय इब्राहिम नशीद का कहना है कि यहां मतदान व्यवस्था बेहद अच्छी है।
उन्होंने कहा, मैं 18 वर्ष की उम्र से मतदान कर रहा हूं, लेकिन इस बार चुनाव व्यवस्था काफी अच्छी और निष्पक्ष प्रतीत होती है। यहां अब्बा अदम नामक गृहिणी भी अपनी 76 वर्षीय मां फातिमा के साथ मतदान करने आई थी। स्थानीय भाषा धिवेही में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी मां एक नियमित मतदाता रही हैं और वह कभी भी अपने मताधिकार का उपयोग करने से नहीं चूकी हैं। एक अरबी स्कूल में पवित्र कुरान की शिक्षा देने वाली नैयूमा ने कहा कि उन्होंने वोट डालने से पहले सभी उम्मीदवारों के घोषणापत्र चार से पांच बार पढ़े हैं।
उन्होंने अपनी तर्जनी उंगली पर लगा स्याही का निशान दिखाते हुए बेहद गर्व से कहा, हम मतदान को बेहद गंभीरता से लेते हैं। यहां कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, लेकिन हम उम्मीदवार के व्यक्तित्व, उनके वायदे और घोषणापत्र को तो देखते ही हैं। यह हमारा अधिकार है और इसका विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए।
मालदीव में आज शाम चार बजे तक मतदान चलेगा, जिसके बाद वोटों की गिनती शुरू होगी। आज रात 11 बजे तक चुनाव के नतीजे आ जाने की संभावना है। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों का एक दल भी यहां निर्वाचन आयोग के साथ मिलकर इसकी चुनाव प्रक्रिया के लिए सॉफ्टवेयर और प्रक्रिया विकसित करने पर काम कर रहा है।
भारत के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल में पूर्व चुनाव आयुक्त जे एम लिंगदोह, बी बी टंडन, एन गोपालास्वामी और मालदीव में भारत के पूर्व उच्चायुक्त एस एम गवई शामिल हैं, जो माले, अद्दू एतोल के दक्षिणी क्षेत्र और हा धल्लू के उत्तरी क्षेत्र के अलावा उत्तर में हा अलिफू में चुनाव का निरीक्षण करेंगे।
मालदीव के चुनाव आयोग ने कहा कि वह स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने की पूरी कोशिश कर रहा है और उसने ट्रांसपेरेंसी मालदीव जैसे गैर सरकारी संगठनों को पर्यवेक्षकों में शामिल किया है। मालदीव में गयूम के तीन दशकों के शासन के बाद वर्ष 2008 में पहली बार निष्पक्ष बहुदलीय चुनाव हुआ था, जिसमें नशीद की जीत हुई थी। सत्ता में चार वर्ष तक बने रहने के बाद उन्हें राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
नशीद के अपदस्थ होने के बाद तत्कालीन उपराष्ट्रपति मोहम्मद वहीद उनके उत्तराधिकारी बने थे। नशीद सत्ता परिवर्तन को तख्तापलट करार देते हुए कई बार कह चुके हैं कि अगर वह जीतते हैं, तो कथित षड्यंत्रकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। मालदीव में वर्ष 2008 में हुए पहले लोकतांत्रिक चुनाव के बाद अपनाए गए संविधान के प्रावधानों के अनुसार यहां मध्यावधि चुनाव नहीं कराए जा सकते। इस वर्ष 11 नवंबर से पहले यहां नए राष्ट्रपति का चुनाव कर लिया जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 7, 2013, 10:07