Last Updated: Sunday, February 12, 2012, 16:12
माले : मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद हसन ने सोमवार को अपने कैबिनेट का विस्तार करते हुए उसमें देश की पहली महिला अटार्नी जनरल और पूर्व सैन्य तानाशाह के एक सहयोगी सहित सात नए सदस्यों को शामिल किया। अपनी सरकार की वैधता को स्वीकार करने से पूर्ववर्ती राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद के इंकार के बीच खुद को ‘एकता सरकार’ के प्रमुख के रूप में मजबूत बनाने की कोशिशों के तहत उन्होंने यह कदम उठाया।
उन्होंने इसके तहत अपने नये कैबिनेट में विभिन्न राजनीतिक दलों से सदस्य लिये हैं। हसन के नए मंत्रिमंडल के सदस्य विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से हैं। उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में नशीद के माल्डिवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) को प्रतिनिधित्व देने के लिए इसमें महत्वपूर्ण प्रभारों जैसे विदेश और वित्त मामलों को संभवत: इसलिए खाली छोड़ा है। नशीद ने मालदीव पर सत्ता की वैधता को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है।
नशीद ने ताजा चुनाव कराने की अपनी मांग से पीछे हटने से इनकार कर दिया है उन्होंने इसके साथ ही अमेरिका के समझौता करने के आह्वान को ठुकरा दिया है। उन्होंने जनता की वास्तविक इच्छाओं का पता लगाने के लिए चुनाव कराने की मांग को लेकर कल रात रैली आयोजित की।
नशीद ने अपने समर्थकों से कहा, हम चुनाव चाहते हैं और हम इसके लिए अभियान चलाएंगे। हसन के कैबिनेट मंत्रियों में मालदीव की अटार्नी जनरल आजिमा शकूर भी शामिल हैं। वह मंत्री बनने वाली एकमात्र महिला हैं। हसन ने अपनी सरकार में पूर्व सैन्य शासक मामून अब्दुल गयूम की प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव के प्रवक्ता मोहम्मद हुसैन शरीफ मुंडु को भी शामिल किया है। मुंडु को युवा एवं खेल मामलों का मंत्रालय दिया गया है।
मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों में अहमद जमशेद (स्वास्थ्य एवं परिवार), अहमद मोहम्मद (आर्थिक विकास) और अहमद शमशेर (परिवहन एवं संचार) शामिल हैं। अहमद अब्हीब को पर्यटन मंत्री एवं असीम अहमद को शिक्षा मंत्री बनाया गया है।
यह पूछे जाने पर कि उनकी नियुक्ति पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद के इस आरोप की पुष्टि करती है कि ‘तख्तापलट’ की योजना उनकी पार्टी की ओर बनायी गई, मुंडु ने कहा, सरकार में एकमात्र मैं ही शामिल नहीं हूं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 12, 2012, 21:44