Last Updated: Wednesday, December 5, 2012, 23:21
काहिरा : मिस्र के इस्लामवादी राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी के राष्ट्रपति निवास में लौटने के बाद मुस्लिम ब्रदरहुड के सदस्य उनके समर्थन में और विपक्ष उनके विरोध में प्रदर्शन करने के लिए महल के बाहर जमा हुए जहां दोनों पक्षों में झड़प हो गई ।
अल-नाहर टीवी चैनल की खबर के मुताबिक ब्रदरहुड के सदस्यों ने दिन में मुरसी के समर्थन में राष्ट्रपति के महल के बाहर विशाल रैली का आयोजन किया था । उन्होंने विपक्षी प्रदर्शनकारियों को दो तरफ से घेर कर उनपर हमला किया जिसके बाद झड़प शुरू हो गई । मुरसी विरोधी प्रदर्शनकारी महल के बाहर धरने पर बैठे हुए थे तभी उनपर हमला किया गया ।
राष्ट्रपति पद के पूर्व उम्मीदवार व ईजिप्सियन नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष अम्र मूसा ने चेतावनी दी है कि इस झड़प से स्थिति और बिगड़ेगी । द कंस्टिट्यूशन पार्टी ने भी तहरीर चौक और महल के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग पर ‘भीषण परिणाम’ भुगतने की चेतावनी दी है ।
पार्टी ने एक बयान में कहा कि अल-मसरी-अल-यौम के मुताबिक, राष्ट्रपति के समर्थकों ने विशाल प्रदर्शन और जिहाद का भी आह्वान किया है । मंगलवार को महल के पिछले दरवाजे से बाहर गए मुरसी के आज महल वापसी के बाद यह प्रदर्शन हुए हैं ।
इस बीच महाअभियोजक तलत इब्राहीम अब्दुल्ला ने कल राष्ट्रपति पद के तीन पूर्व उम्मीदवारों के खिलाफ जांच के आदेश देते हुए उनपर जासूसी करने और इस्लामवादी सरकार के खिलाफ ‘यहूदीवादी साजिश’ रचने का आरोप लगाया है । अब्दुल्ला ने मोहम्मद अलबरदेई, हमदीन सबाही और अम्र मूसा पर जासूसी करने और राष्ट्रपति का तख्ता पलट करने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए राष्ट्र सुरक्षा अभियोजक की ओर से की गई शिकायत का हवाला देते हुए यह कहा ।
कांस्टिट्यूशन पार्टी के संस्थापक अलबरदेई, मूसा और पॉपुलर करेंट पार्टी के संस्थापक सबाही ने मुरसी विरोधी प्रदर्शनों के प्रति अपने समर्थन की घोषणा कर दी है । मुरसी द्वारा अधिकार पत्र जारी कर अपने अधिकारों को बहुत ज्यादा बढ़ा लेने के बाद शुरू हुए वर्तमान संकट के बाद पार्टियों ने यह घोषणा की है ।
इस मामले में शिकायत दायर करने वाले वकील हामीद सदीक ने वफ्द पार्टी के अध्यक्ष अल-सइद अल-बदावी और जजेज क्लब के प्रमुख अहमद अल-जेंद पर भी जासूसी और राजद्रोह का आरोप लगाया है ।
सादिक ने दावा किया है कि मूसा ने इस्राइल की पूर्व विदेश मंत्री तजिपि लिवनि से मुलाकात कर आंतरिक संकट पैदा करने पर सहमत हुए । उसके बाद शिकायत में नामजद सभी नेताओं ने ‘यहूदीवादी साजिश’ को अंजाम देने के लिए वफ्द पार्टी के मुख्यालय में मुलाकात की । उन्होंने अनुरोध किया है कि आरोपियों पर यात्रा प्रतिबंध लगा देना चाहिए और जांच के लिए वफ्द पार्टी के मुख्यालयों को जब्त कर लेना चाहिए ।
पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक की सत्ता में विपक्ष के लोगों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज करना आम बात थी । गाद अल-थावरा पार्टी के नेता अयमन नूर को गाद पार्टी को पंजीकृत करने के लिए दिसंबर 2005 में कथित तौर पर नकली हस्ताक्षर करने के मामले में पांच वर्ष कैद की सजा सुनायी गई थी । (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 5, 2012, 23:21