Last Updated: Friday, January 20, 2012, 08:56
लाहौर : पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को सेना और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी नीत सरकार की ओर से सुरक्षा संबंधी आश्वासन नहीं मिलने के बाद उन्हें अपनी वतन वापसी की योजना को मजबूरन टालना पड़ा।
सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि बलूच राष्ट्रवादी नेता अकबर बुग्ती और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्याओं को लेकर पाकिस्तान की दो अदालतों ने मुशर्रफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं। पाकिस्तान के दो शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि वापसी की कोशिश के दौरान मुशर्रफ जैसे ही विमान से उतरेंगे उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उनकी पार्टी के सूत्रों ने बताया कि सेना ने मुशर्रफ से कहा कि वह वापसी पर उन्हें पूर्ण सुरक्षा का आश्वासन नहीं दे सकती। सूत्रों ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने एक निजी सुरक्षा एजेंसी की सेवाएं ली थीं लेकिन स्वनिर्वासन से इस माह के अंत तक अपनी वापसी की योजना को उन्हें सेना और सरकार की ओर से सुरक्षा का आश्वासन नहीं मिलने के कारण टालना पड़ा। एपीएमएल के एक अन्य नेता ने कहा कि विदेशी सुरक्षा एजेंसी की सेवाएं लेना बड़ी बात नहीं है। पूरी तरह सुरक्षा के इंतजाम काफी मायने रखते हैं।
एपीएमएल नेता का विचार है कि मुशर्रफ को इस समय नहीं लौटना चाहिए क्योंकि यह उनके विरोधियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। पूर्व सैन्य शासक के सहयोगियों का मानना है कि उनके खिलाफ संविधान के अनुच्छेद छह के तहत देशद्रोह की सुनवाई शुरु हो सकती है। कई राजनेताओं की मांग है कि 1999 में तख्तापलट के अगुवा और 2007 में संविधान को नष्ट करने के लिए उन पर देशद्रोह का आरोप लगाया जाना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Friday, January 20, 2012, 15:46