Last Updated: Friday, December 16, 2011, 05:49
मास्को : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह परमाणु, ऊर्जा, रक्षा और आर्थिक मामलों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के आग्रह के साथ रूसी राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव के साथ शिखर बैठक में हिस्सा लेंगे। बैठक के बाद दोनों देश रक्षा, स्वास्थ्य तथा विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे।
सिंह, गुरुवार शाम मास्को पहुंचे। वह मेदवेदेव के साथ बैठक में हिस्सा लेने के लिए क्रेमलिन जाएंगे और उसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत में हिस्सा लेंगे। इस दौरान कुडनकुलम परमाणु विद्युत संयंत्र की तीसरी एवं चौथी इकाई संबंधी समझौता, व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता और अन्य समझौतों पर चर्चा हो सकती है और कई समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं।
यह शिखर बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब चार दिसंबर को ड्यूमा के लिए हुए चुनाव में कथित धांधली को लेकर रूस में सार्वजनिक अशांति का वातावरण है। इस चुनाव में सत्ताधारी युनाइटेड रशिया पार्टी को संसद में दो-तिहाई बहुमत समाप्त हो गया। पार्टी किसी तरह बहुमत भर हासिल कर पाई है।
शिखर बैठक के बाद प्रधानमंत्री भारत-रूस के औद्योगिक प्रमुखों की एक बैठक में हिस्सा लेंगे। इस बैठक में द्विपक्षीय व्यापार की वृद्धि के रास्ते की अड़चनों पर चर्चा होगी। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 10 अरब डॉलर के आसपास है। दोनों देशों ने 2015 तक द्विपक्षीय व्यापार 20 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। लेकिन रूस-चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार के आगे भारत-रूस का द्विपक्षीय व्यापार बौना लगता है। रूस-चीन के बीच लगभग 60 अरब डॉलर का व्यापार है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शाम को रूसी प्रधानमंत्री व्लादमीर पुतिन से मुलाकात करने वाले हैं। पुतिन मार्च 2012 में राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव में सत्ताधारी युनाइटेड रशिया पार्टी के उम्मीदवार भी हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 16, 2011, 14:33