Last Updated: Tuesday, November 22, 2011, 13:02
इस्लामाबाद : गोपनीय ज्ञापन (मेमोगेट) विवाद के केंद्र में आए अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत हुसैन हक्कानी ने कहा है कि इस मुद्दे को उठाया गया ताकि पाकिस्तान की असैन्य सरकार एवं सेना को एक-दूसरे के सामने खड़ा कर दिया जाए और उनमें कलह का बीज बोया जाए।
पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी कारोबारी मंसूर एजाज ने पिछले दिनों इस पूरे मामले को सार्वजनिक किया था। उनका दावा था कि हक्कानी के कहने पर इसी साल मई महीने में उनकी ओर से एक गोपनीय ज्ञापन अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जिम जोंस तक पहुंचाया गया था। बाद में यह ज्ञापन तत्कालीन अमेरिकी सेना प्रमुख माइक मुलेन तक पहुंचा।
इस ज्ञापन में पाकिस्तानी सरकार ने तख्तापलट की आशंका के मद्देनजर कथित तौर पर अमेरिकी सरकार से मदद मांगी थी। इस मामले के सामने आने के बाद से हक्कानी विवादों में घिर गए हैं। हक्कानी ने एक समाचार पत्र के साथ बातचीत में कहा कि एजाज की भड़काऊ बातों का मकसद पाकिस्तान की असैन्य सरकार और सेना को आमने-सामने खड़ा कर देना और कलह के बीज बोना है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 22, 2011, 23:30