Last Updated: Saturday, December 3, 2011, 18:15
इस्लामाबाद : संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के पूर्व प्रमुख तारिक खोसा ने आज उस आयोग की अध्यक्षता करने से इंकार कर दिया जिसका गठन उच्चतम न्यायालय ने गत मई में अमेरिकी सेना को गुप्त मेमो भेजे जाने से जुड़े मामले की जांच के लिए किया गया है।
एक दिसंबर का जारी आदेश के अनुसार शीर्ष अदालत ने कहा था कि खोसा उस आयोग की अध्यक्षता करेंगे जो मेमोगेट प्रकरण की तीन हफ्ते तक जांच करेगा। यह मेमो विवादास्पद पाकिस्तानी अमेरिकी व्यापारी मंसूर एजाज ने सार्वजनिक किया था। अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व दूत हुसैन हक्कानी को तब पद से इस्तीफा देने को बाध्य किया था जब एजाज ने दावा किया था उन्होंने मेमो का मसौदा तैयार किया था।
टेलीविजन चैनलों के अनुसार खोसा के करीबी सूत्रों ने बताया कि पूर्व पुलिस अधिकारी ने उच्चतम न्यायालय के अनुरोध को ठुकरा दिया है। उम्मीद की जाती है कि अब शीर्ष अदालत जांच आयोग की अध्यक्षता करने के लिए किसी अन्य सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी से संपर्क करेगी।
उच्चतम न्यायालय के उस फैसले की सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और विधिक समुदाय के एक तबके ने आलोचना की है जिसके तहत आयोग गठन और मेमोगेट विवाद में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी समेत शीर्ष असैनिक और सैन्य अधिकारियों से जवाब मांगा गया था।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, December 3, 2011, 23:45