Last Updated: Saturday, December 31, 2011, 10:09
इस्लामाबाद: अपनी सरकार के ढेर सारे संकटों का सामना करने के बावजूद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने जल्द चुनाव कराए जाने की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि अगले आम चुनाव निर्धारित समय के अनुसार 2013 में ही कराए जाएंगे।
गिलानी ने अपने गृह नगर मुल्तान में शुक्रवार शाम संवाददाताओं से कहा कि सरकार आम चुनाव कराने के लिए संवैधानिक और उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन करेगी।
उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों के पास कुछ नहीं है वे कुछ बनने की इच्छा रखते हैं और वे चुनावों की चर्चा करते हैं। लेकिन वे यह नहीं जानते कि हम कानून और संविधान के अनुसार कार्रवाई करेंगे। हम संसद की आम सहमति के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं।’
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और सेना प्रमुख अशफाक परवेज कयानी के बीच संबंधों के बारे में पूछे जाने पर गिलानी ने कहा, ‘उनके संबंध बहुत अच्छे हैं।’
उन्होंने उन मीडिया खबरों को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने सेना प्रमुख से पिछले साल तीन साल का सेवा विस्तार का अनुरोध स्वीकार करने को कहा था। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर उर्दू में उनकी टिप्पणी के अंग्रेजी अनुवाद के कारण भ्रम पैदा हुआ।
गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार स्थिर है और सभी राजनैतिक दलों ने सहमति जताई है कि सरकार को अपना कार्यकाल पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल्द चुनाव कराने पर हाय-तौबा का उद्देश्य सीनेट या संसद के उच्च सदन के लिए मार्च में होने वाले चुनाव को प्रभावित करना है।
पीपीपी सरकार एक गुप्त मेमो के लीक होने के बाद से हाल के हफ्तों में शक्तिशाली सुरक्षा प्रतिष्ठान से दबाव का सामना कर रही है। इस मेमो में गत मई में अमेरिकी कार्रवाई में ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद पाकिस्तान में संभावित सैन्य तख्ता पलट को रोकने के लिए अमेरिका से मदद मांगी गई थी।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, December 31, 2011, 15:40