Last Updated: Friday, September 20, 2013, 12:30

वाशिंगटन : बीते सप्ताह के अंत में मिस अमेरिका चुनी जाने के बाद से नस्लीय टिप्पणियों और संदेशों के निशाने पर आईं नीना दावुलुरी ने घोषणा की है कि वे अपने इस पद का इस्तेमाल सांस्कृतिक सामथ्र्य के जरिए विविधता का जश्न मनाने में करेंगी और सांस्कृतिक जागरूकता के लिए अभियान चलाएंगी।
24 वर्षीय नीना पिछले कई सालों से इन मुद्दों पर काम करती रही हैं। उन्होंने अपने प्रशसंकों से कहा कि वे अपने अनुभवों के बारे में ऐसे विचार और कहानियां लेकर आगे आएं, जिनकी मदद से हम ‘एक राष्ट्र के रूप में’ सांस्कृतिक जागरूकता को और आगे बढ़ा सकते हैं।
वर्ष 2014 की मिस अमेरिका नीना दावुलुरी ने कहा कि मुझे भारतीय मूल की पहली मिस अमेरिका बनने पर बहुत गर्व है। नीना इस खिताब को हासिल करने वाली भारतीय मूल की पहली महिला हैं। उन्होंने कहा कि वे दस साल पहले की मिस अमेरिका नहीं हैं और न ही वे दस साल पीछे जा रही हैं। मैं खुश हूं कि घर पर बैठे बच्चे भी टीवी पर देख कर एक नई मिस अमेरिका से खुद को जुड़ा हुआ महसूस कर सकते हैं।
नीना ने कहा कि वे मुझे देख कर जान सकते हैं कि वे बाधाएं तोड़ सकते हैं। वे वैसे बन सकते हैं, जैसे वे असल में हैं और वे अपनी नस्ल, सामाजिक-आर्थिक स्तर के बावजूद सफल हो सकते हैं। मैं इस अवसर का इस्तेमाल सभी अमेरिकियों में इस बात पर सकारात्मक चर्चा करने के लिए करना चाहती हूं कि हम एक हैं और हम किस तरह अपने देश को मजबूत बना सकते हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 20, 2013, 12:30