Last Updated: Friday, January 27, 2012, 12:21
दावोस : जाने-माने पूर्व पाकिस्तानी क्रिक्रेटर और विपक्षी नेता इमरान खान ने संभावना जताई है कि अगले राष्ट्रीय चुनाव में उनकी पार्टी भारी बहुमत हासिल करेगी और वह देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे।
इमरान खान (59) ने 15 साल पहले पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी या मूवमेंट फार जस्टिस पार्टी का गठन कर राजनीति में कदम रखा था और खिलाड़ी के रूप में प्राप्त ख्याति को तब से वह वोट में तब्दील करने के लिए संघर्ष करते आ रहे हैं लेकिन हाल में उनकी राजनीतिक तकदीर चमकी है और उन्होंने काफी लोकप्रियता हासिल की है। उन्होंने कहा कि जब लाहौर और कराची में उन्होंने अपनी जनसभाओं में करीब ढाई लाख लोगों की भीड़ देखी तो उन्हें सुखद आश्चर्य हुआ। संभवत: लोग भ्रष्टाचार से लड़ने, वास्तविक लोकतंत्र को बढ़ावा देने, कल्याणकारी तंत्र कायम करने, अमेरिका के साथ पाकिस्तान के संबंध में बदलाव लाने के उनके संकल्प से प्रभावित हुए हैं।
खान अपनी पार्टी को राजनीति के मंच पर प्रमुख स्थान दिलाने तथा कई जाने-माने नेताओं एवं युवकों को उनकी पार्टी की ओर आकर्षित होने के लिए स्वतंत्र चैनल और सोशल मीडिया को श्रेय देते हैं। खान ने कहा, ‘80 फीसदी नेता मेरे साथ हो गए हैं, क्योंकि उनके बच्चों ने विद्रोह किया। दरअसल लोग कुछ लोकतांत्रिक अधिकार चाहते हैं जैसा कि पश्चिमी देशों में है। वे वही लोकतंत्र और वही आजादी चाहते हैं।’
उन्होंने विश्व आर्थिक मंच के अवसर पर भोज के दौरान सैकड़ों उद्योगपतियों और नेताओं के बीच कहा, ‘पाकिस्तान में जो संघर्ष चल रहा है वह उस विशाल आबादी तथा राजनीतिक माफियाओं के बीच है जो क्रमश: लोकतांत्रिक बदलाव के लिए अपनी कुर्बानी दे रहे हैं तथा जिन्होंने हमारे विकास को अवरुद्ध कर दिया है और देश के हित को बेच दिया है।’ खान ने कहा, ‘मैं नहीं समझता कि हम बस चुनाव जीतेंगे बल्कि हम भारी बहुमत हासिल करेंगे।’
खान ने अमेरिका के साथ संबंधों के संदर्भ में कहा, ‘हम नहीं चाहते कि हम किराये की ऐसी बंदूक बने रहे जो उनकी लड़ाई में संघर्ष में काम आए जैसा कि हमारे साथ होता रहा है। हम ऐसा संबंध चाहते हैं जहां हम भरोसेमंद और संप्रभु सरकार हो। निश्चित रूप से यही बात अमेरिका को और भारत को भी पाकिस्तान से उम्मीद करनी चाहिए।’
(एजेंसी)
First Published: Friday, January 27, 2012, 17:51