Last Updated: Sunday, April 1, 2012, 03:58
कॉहमू (म्यांमा): म्यांमार में हो रहे उपचुनाव में मतदान करने के लिए रविवार को मतदाताओं का हुजूम उमड़ पड़ा है। राजनैतिक सुधारों के हिस्से के तहत कराए जा रहे इस चुनाव के जरिए विपक्षी नेता आंग सान सू ची के पहली बार संसद में पहुंचने की उम्मीद है।
सू ची की जीत लोकतंत्र के समर्थन में उनके नेतृत्व में चल रहे आंदोलन के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। सू ची को विगत 22 वर्षों में ज्यादातर समय सैन्य शासकों ने घर में नजरबंद करके रखा है।
कॉहमू के ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर जब सू ची पहुंचीं तो समर्थकों और पत्रकारों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया। वहीं से वह उपचुनाव लड़ रही हैं। मतदान केंद्र के बाहर पारंपरिक परिधान पहनकर आए मतदाता मतदान के लिए अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं।
43 वर्षीय श्रमिक सैन सैन विन ने कहा, ‘मैं मां सू के लिए मतदान करूंगा क्योंकि मैं उन्हें पसंद करता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘हम उनसे कुछ भी अपेक्षा नहीं करते हैं। हम वाकई खुश हैं कि वह हमारे गांव आईं।’
सू ची की नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी ने 1990 में हुए चुनाव में शानदार जीत हासिल की थी लेकिन देश पर पिछले कई दशकों तक शासन करने वाले सैन्य शासकों ने चुनाव के परिणाम को कभी मान्यता नहीं दी। 1991 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित की गईं सू ची उस चुनाव में खुद उम्मीदवार नहीं थीं क्योंकि वह नजरबंद थीं।
उनकी पार्टी आज जिन 45 सीटों पर चुनाव हो रहा है उनमें से 44 सीटों पर मैदान में है। यह सत्तारूढ़ पार्टी के बहुमत के लिए खतरा पैदा करने के लिए पर्याप्त नहीं है लेकिन संसद पहुंचने से विपक्षी नेता को कानून को शक्ल देने का पहली बार मौका मिलेगा। पर्यवेक्षकों का मानना है कि नयी अर्ध असैनिक सरकार चाहती है कि लोकतंत्र समर्थक नेता इस बार चुनाव जीतकर संसद पहुंचें ताकि वह अपने सुधार रिकार्ड को चमका सके और पश्चिमी पाबंदियों से छूट हासिल कर सके।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, April 1, 2012, 19:12